Hathras Stampede: हाथरस हादसे को लेकर नारायण हरि उर्फ बाबा सूरजपाल के वकील एपी सिंह ने बड़ा दावा किया है. भोले बाबा पक्ष के वकील एपी सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि 2 जुलाई को हाथरस में हृदय विदारक घटना हुई वो महज घटना नहीं है. ये एक सोची समझी साजिश थी. नारायण हरि के समागम को बदनाम करने की साजिश हो रही है. बाबा के वकील का दावा है कि इस भगदड़ को साजिश के तहत अंजाम दिया गया था. उन्होंने कहा कि कुछ लोग हाथ में जहरीला पदार्थ लेकर आए थे. 


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छिड़का गया जहरीला स्प्रे 
बाबा के वकील डॉक्टर एपी सिंह ने दावा किया कि सत्संग स्थल पर काले और सफेद रंग की दो अज्ञात स्कॉर्पियो गाड़ी भी खड़ी थी. उस स्कॉर्पियों से 15-16 लोग उतरे और पंडाल में मौजूद लोगों पर जहरीला/नशीला स्प्रे छोड़ते हुए भाग गए. गमछे से छिपाकर स्प्रे किया और मौके से भाग गए. पूरी प्लानिंग के तहत स्प्रे किया गया और वे लोग भागते रहे. घटना को अंजाम देने के बाद संदिग्ध लोग रोड पर खड़ी स्कॉर्पियो में बैठकर चले गए. एक स्प्रे की बोतल गिर गई जिसके बाद वो उसे उठाकर भागे. एपी सिंह का दावा है कि जिस स्प्रे को छिड़का गया था उससे बेहोशी आ जाती है. लोग बेहोश होते रहे. जहरीला स्प्रे था जिस कारण सांस लेने में लोगों को दिक्कत हुई और मौत हो गई.  एक साथ ये काम हुआ .ये साजिश करने वाले अटैकर थे लेकिन इसके पीछे बहुत बड़े हो सकते हैं जो बाबा को नुकसान या खत्म करने की साजिश रच रहे थे. एपी सिंह ने एसआईटी जांच की मांग की है. 


2 जुलाई को हुआ हाथरस हादसा


2 जुलाई को हादसे में 123 मौत के मुख्य आरोपी को देव प्रकाश मधुकर को गिरफ्तार कर लिया गया है. देवधर की गिरफ्तारी  के बाद बाबा का बयान भी सामने आया और उसने अपने को निर्दोष बताया.  पुलिस ने भगदड़ के सिलसिले में छह लोगों की गिरफ्तारी के एक दिन बाद मधुकर को गिरफ्तार किया. ये सभी छह लोग सत्संग आयोजन समिति के सदस्य थे. 


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