Hathras Stampede News : हाथरस के सिकन्दराराऊ में दो जुलाई को सत्संग के दौरान भगदड़ मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी की टीम ने रिपोर्ट शासन को भेज दी है. एसआईटी टीम ने दो, तीन और पांच जुलाई को घटनास्थल का निरीक्षण किया था. इस दौरान कुल 125 लोगों का बयान दर्ज किया. इसमें प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ आम जनता एवं प्रत्यक्षदर्शियों का बयान भी लिया गया. इसके अलावा घटना के संबंध में प्रकाशित समाचार की प्रतियां, स्थलीय विडियोग्राफी, छायाचित्र, विडियो क्लिपिंग का भी संज्ञान लिया गया.


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15 प्‍वाइंट में समझिये पूरी कहानी  


- शुरुआती जांच में चश्मदीद गवाहों और अन्य साक्ष्यों के आधार पर आयोजकों को मुख्य रूप से जिम्मेदार माना है. 


- जांच टीम अब तक हुई जांच और कार्यवाही के आधार पर हादसे के पीछे किसी बड़ी साजिश से भी इंकार नहीं किया है. 


- जांच टीम आयोजक तथा तहसील स्तरीय पुलिस व प्रशासन को भी दोषी पाया है. 


- SDM, सीओ, तहसीलदार, इंस्पेक्टर, चौकी इंचार्ज द्वारा दायित्व का निर्वहन करने में लापरवाही के जिम्मेदार हैं. 


- SDM द्वारा बिना कार्यक्रम स्थल का मुआयना किए आयोजन की अनुमति प्रदान कर दी गई.


- अधिकारियों द्वारा कार्यक्रम को गंभीरता से नहीं लिया गया और वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत भी नहीं कराया गया. 
-  एसआईटी ने संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति की है. 


- एसडीएम, सीओ, थानाध्यक्ष, तहसीलदार, चौकी इन्चार्ज कचौरा इंस्‍पेक्‍टर को निलंबित कर दिया गया है. 


- आयोजकों ने तथ्यों को छिपाकर कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति ली. 


- अनुमति के लिए लागू शर्तों का अनुपालन नहीं किया गया. 


- आयोजकों द्वारा अप्रत्याशित भीड़ को आमंत्रित करने के लिए सुचारु व्यवस्था नहीं की गई.


- न ही कार्यक्रम के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा दी गई अनुमति की शर्तों का पालन किया गया. 


- आयोजक मंडल से जुड़े लोग अव्यवस्था फैलाने के दोषी पाए गए हैं. 


- इनके द्वारा जिन लोगों को बिना विधिवत पुलिस वेरिफिकेशन के जोड़ा गया, उनसे अव्यवस्था फैली. 


- आयोजक मंडल द्वारा पुलिस के साथ दुर्व्यवहार किया गया. स्थानीय पुलिस को कार्यक्रम स्थल पर निरीक्षण से रोकने का प्रयास किया गया.