Kaushambi news: कौशांबी ज़िले में रिश्तों को शर्मशार करने वाली एक घटना सामने आई है. जहाँ पर रिश्ते में लगने वाले जीजा ने ही किशोरी के साथ रेप जैसी घिनौनी वारदात को अंजाम दिया. गर्भ ठहरने पर ट्यूमर का बहाना कर किशोरी को घर पर रखा और समय पूरा होने पर एक निजी किलीनिक में ले जा कर डिलेवरी कराई. इतना ही नही किलीनिक के डॉक्टरों ने कथित तौर पर बच्चे को बेचने का प्रयास किया. बच्चा बेचने के दौरान विवाद होने पर बात सिडब्यूसी तक पहुची तो उन्होंने सज्ञान में लेते हुए चरवा थाने को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है. जिस पर बुधवार को मुकदमा दर्ज हुआ. दिल को झकझोर देने वाली पूरी घटना चरवा थाना क्षेत्र के एक गाँव की है.


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जानकारी के मुताबिक चरवा थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 14 वर्षीय किशोरी के साथ उसके जीजा राजन ने दुष्कर्म किया. वारदात के बाद पीड़ित किशोरी को डरा धमका कर मुह बंद करा दिया गया. जब पीड़िता को गर्भ ठहरा तो आरोपी जीजा ने उसके माँ- बाप को पेट मे ट्यूमर होने के जानकारी देकर अपने घर रख लिया. प्रसव का समय पूरा होने पर आरोपी जीजा ने निजी अस्पताल जनता पालि क्लीनिक में भर्ती करा कर उसका प्रसव करा दिया. प्रसूता को इलाज के बाद उसके घर छोड़ दिया गया.  पीड़ित किशोरी की माँ ने दामाद पर आरोप लगाते हुए बताया कि शादी के कुछ साल बाद ही उसकी बेटी दूसरे व्यक्ति के साथ भाग गई थी. दामाद ने उसी का बदला लिया है.


आरोपी जीजा ने अस्पताल के 2 डाक्टर संदीप सरोज व आशीष मिश्रा ने पीड़िता का प्रसव कराकर उसके नवजात को अस्पताल में रखकर उसकी खरीद फरोख्त की कोशिश कर रहे थे. इसी बीच पीड़िता ने अपने एक अन्य रिश्तेदार की मदद से मंझनपुर मुख्यालय स्थित सीडबल्यूसी दफ्तर से सम्पर्क किया. जहां उसने आपबीती बता कर कमेटी से इंसाफ की गुहार लगाई. सीडबल्यूसी ने मामले की सुनवाई कर पीड़ित को इंसाफ दिलाये जाने की दिशा मे ठोस कदम उठाया. सबूत और पीड़ित के बयान के आधार पर सीडबल्यूसी अध्यक्ष कमलेश चन्द्र ने आदेश पारित करते हुए चरवा पुलिस को प्रकरण मे एफ़आईआर दर्ज कर जांच करने के आदेश जारी कर दिये है. जिसके बाद बुधवार को पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आगे की तफ्तीश शुरू कर दी है.


चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने दुष्कर्म पीड़ित किशोरी के नवजात बच्चे की तस्करी के मामले में कड़ा एक्शन लिया है. सीडबल्यूसी ने चरवा पुलिस को मामले मे दुष्कर्मी जीजा व निजी अस्पताल के 2 डाक्टरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच करने के आदेश जारी किया है. अध्यक्ष सीडबल्यूसी कमलेश चंद्र के मुताबिक प्रकरण को कमेटी ने स्वतः संज्ञान लिया है. जांच में सामने आया था कि किशोरी से दुष्कर्म के बाद उसका प्रसव करा कर आरोपी व अस्पताल के डाक्टर नवजात का सौदा 4 लाख रुपये में किसी अज्ञात व्यक्ति से करने का प्रयास कर रहे थे.


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