मोहम्‍मद गुफरान/प्रयागराज : पश्चिम बंगाल में यूपी के तीन साधुओं के साथ मारपीट की घटना को लेकर साधु संतों में आक्रोश है. संगम नगरी प्रयागराज माघ मेले में पहुंचे साधु संतों ने ममता बनर्जी सरकार के इशारे पर हमले का आरोप लगाया है. साधुओं के साथ हुई बर्बरता की घटना पर माघ मेले में आए संतों ने केंद्र सरकार से दखल देने की मांग की है.


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केंद्र सरकार हस्‍तक्षेप करे 
परमहंस मौनी महराज ने केंद्र सरकार से मामले में कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल हो या फिर पालघर की घटना साधु संतों को टारगेट करके हमला कराया जा रहा है. मौनी महराज ने कहा कि ममता बनर्जी की सरकार में न तो अधिकारी सुरक्षित हैं और न ही सनातन धर्मावलंबी सुरक्षित हैं. सभी को टारगेट करके हमला किया जा रहा है. केंद्र सरकार और गृह मंत्रालय को दखल देना चाहिए. 


पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग 
इतना ही नहीं उन्‍होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार की तानाशाही को खत्म करके राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए. ताकि निर्दोष साधु संत और अधिकारियों पर हमला बंद हो सके. वहीं, मथुरा वृंदावन के संत बटुक जी महराज ने ममता बनर्जी सरकार की निंदा करते हुए केंद्र सरकार से दखल की मांग की है. 


तानाशाही सरकार को जवाब देने का काम किया जाएगा 
बटुक जी महराज ने कहा कि तानशाही पर उतारू ममता बनर्जी को हिंदू समय आने पर सबक सिखाएगा. हम जब पांच सौ वर्ष पहले के कलंक को मिटाकर आज अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण कर रहें हैं तो ममता सरकार कोई बड़ी चीज नहीं है. ममता बनर्जी को भी तानाशाही का जवाब हिंदू समाज देने का काम करेगा. 


अयोध्‍या के संतों में भी नाराजगी 
उधर, अयोध्‍या के संतों में भी घटना को लेकर नाराजगी है. तुलसी पीठ के उत्तराधिकारी आचार्य रामचंद्र दास ने घटना की निंदा की. साथ ही 1008 हनुमत महायज्ञ का आयोजन करने की बात कही. 


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