Ayodhya News: भगवान राम की जन्मस्थली से माता सीता की जन्मस्थली तक रेल लाइन बिछाई जाएगी. आज केंद्रीय कैबिनेट ने अयोध्या से सीतामढ़ी तक रेल लाइन के दोहरीकरण का फैसला लिया है. इस काम में तकरीबन 4553 करोड़ रुपए खर्च होंगे. आपको बता दें कि इस रूट से श्रद्धालुओं को अयोध्या से सीधे माता सीता की जन्मस्थली पुनौरा धाम आने में आसानी हो जाएगी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने रेल मंत्रालय की 4553 करोड़ रुपये की कुल अनुमानित लागत वाली परियोजना को अनुमति दी है.


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केंद्रीय कैबिनेट की बैठक के अनुसार इस परियोजना को पांच सालों में पूरा किया जाना है. आपको बता दें कि रेलवे चाहता है कि भारत-नेपाल क्षेत्र, पूर्वोत्तर भारत और सीमावर्ती क्षेत्रों में परिवहन मजबूत हो और मालगाड़ियों के साथ-साथ यात्री रेलगाड़ियों की आवाजाही में आसानी हो. विदित हो कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गुरुवार को दो प्रमुख रेलवे बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को मंजूरी दी है. अनुमानित 6,798 करोड़ रुपये की लागत वाली इन परियोजनाओं का उद्देश्य कनेक्टिविटी में सुधार करना है.


इन परियोजनाओं के अगले पांच वर्षों में पूरा होने की उम्मीद है. एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय में, मंत्रिमंडल ने IN-SPACe के तत्वावधान में अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए ₹1,000 करोड़ के वेंचर कैपिटल फंड की स्थापना को भी मंजूरी दी. इस फंड का उद्देश्य अंतरिक्ष गतिविधियों में निजी क्षेत्र की भागीदारी को बढ़ावा देना और उसकी देखरेख करना है. सरकार ने आगे बताया कि इस कोष को भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र को आगे बढ़ाने, राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के साथ संरेखित करने और नवाचार और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए रणनीतिक रूप से डिज़ाइन किया गया है.


इस पहल का उद्देश्य वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना, ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशन का समर्थन करना, आर्थिक विकास को गति देना और रोजगार सृजन करना है, साथ ही इस क्षेत्र की दीर्घकालिक स्थिरता सुनिश्चित करना है. यह फंड भारत को एक अग्रणी अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करने में भी मदद करेगा.