सत्यप्रकाश/Ayodhya: रामनगरी अयोध्या को एक और सौगात मिली है, अयोध्या आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक अब वाटर मेट्रो के जरिए जलविहार का आनंद ले सकेंगे. जल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वाटर मेट्रो का संचालन अयोध्या के संत तुलसीदास घाट से गुप्तार घाट तक किया जाना है. दोनों प्वाइंटों पर भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण ने जेटी की स्थापना की है, जहां पर वाटर मेट्रो के चार्जिंग के लिए बाकायदा पॉइंट बनाए गए हैं. यहीं से यात्री वाटर मेट्रो पर सवार होंगे.


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50 यात्री एक साथ उठा सकेंगे आनंद
बता दें कि सरयू के किनारे संत तुलसी घाट से अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस वाटर मेट्रो करीब 14 किलोमीटर का सफर गुप्तार घाट तक तय करेगी. जिसमें एक साथ लगभग 50 यात्री जलविहार का आनंद उठा सकेंगे. जानकारी के अनुसार पर्यावरण का ध्यान रखते हुए इस वाटर मेट्रो का संचालन किया जाएगा. अयोध्‍या में चलाई जाने वाली वॉटर मेट्रो में 50 सीटें हैं, जिसे दोनों किनारों पर स्‍थापित किया किया गया है.


यात्रियों की सुविधा के खास इंतजाम
फाइबर की बनी इन सीटों को मजबूती के साथ फिक्‍स किया गया है, ताकि किसी तरह के हादसे की आशंका न रहे. कोचीन शिपयार्ड में बनी यह वॉटर मेट्रो सरयू नदी के ऊपर किसी क्रूज की तरह दिखाई देगी, मेट्रो पूरी तरह एयर कंडीशन वाली होगी, जिससे न तो सर्दियों में यात्री ठिठुरेंगे और न ही गर्मी में उन्‍हें पसीना बहाना पड़ेगा. 


जल्द दर्शन के लिए स्पेशल फास्ट लेन 
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से रामभक्त बड़ी संख्या में अयोध्या पहुंच रहे हैं.  23 जनवरी को पहले दिन पांच लाख, 24 जनवरी को दो लाख, 25 जनवरी को 2 लाख, 26 जनवरी को 2.5 लाख, 27 जनवरी को दो लाख, 28 जनवरी को दो लाख, 29 जनवरी को दो लाख, 20 जनवरी को 1.77 लाख भक्त रामलला के दर्शन कर चुके हैं. बढ़ती हुई भीड़ की वजह से राम मंदिर में फास्ट लेन की शुरुआत की गई है,जिससे आसानी से भक्त दर्शन कर सकें.