अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा भले ही 22 जनवरी को पूरी हो जाए, लेकिन बीजेपी राम मंदिर को लेकर हिन्दुत्व की प्रबल होती अलख को ठंडा नहीं पड़ने देगी. उसकी तैयारी प्राण प्रतिष्ठा के बाद दो महीनों में करोड़ों रामभक्तों को रामलला के दर्शन कराने की है.
माना जा रहा है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद लोकसभा चुनाव के पहले यानी अप्रैल महीने तक देश भर के ढाई करोड़ लोगों को दर्शन सुविधा उपलब्ध कराने की योजना है.


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25 जनवरी से 25 मार्च तक राम मंदिर को लेकर पार्टी का देश भर में विशेष अभियान शुरू होगा. जो शख्स राम मंदिर के दर्शन करना चाहेगा, बीजेपी कार्यकर्ता ढोल नगाड़ों के साथ उनका टीका करके स्वागत करेंगे. जो लोग दर्शन करने जाना चाहते हैं, वह अपनी टिकट खुद लेकर दर्शन करने जाएंगे. हालांकि उनके सहयोग स्वागत के लिए पार्टी कार्यकर्ता व्यवस्था करेंगे.


अयोध्या में अभी हर दिन 50,000 का ठहराव
देश के अलग-अलग शहरों से 430 ट्रेनें अयोध्या के लिए चलेंगी.
अभी हर दिन अयोध्या 37 ट्रेन जाती हैं. 35 स्पेशल ट्रेनें और अयोध्या के लिए चलेंगी. पार्टी राम मंदिर के लिए कार्यक्रम बूथ स्तर से चलाएगी यानी हर बूथ से जो भी लोग राम मंदिर के दर्शन करने के लिए जाएंगे. उनका सहयोग पार्टी कार्यकर्ता करेंगे. पार्टी विधानसभा स्तर से लेकर लोकसभा स्तर तक कन्वीनर को कन्वीनर की नियुक्ति करेगी. 


बीजेपी ने मंगलवार को इसके लिए बैठक की. इसकी अध्यक्षता पार्टी के संगठन मंत्री BL संतोष ने की. जबकि समापन बैठक में जेपी नड्डा ने भाग लिया.गृह मंत्री अमित शाह को बैठक में शामिल होना था लेकिन मंत्रालय में व्यवस्था के कारण शामिल नहीं हो पाए.
बैठक में हर बड़े प्रदेश से एक संयोजक और दो सह संयोजक शामिल थे. जबकि छोटे प्रदेश से दो प्रतिनिधि शामिल थे।


पार्टी कार्यकर्ता लोगों तक पूरी जानकारी पहुंचाएंगे कि कैसे 1988 के पालमपुर अधिवेशन से बीजेपी ने हस्तक्षेप करके राम मंदिर अभियान की शुरुआत की और इस सपने को साकार किया