अयोध्या में अटका मस्जिद निर्माण, पांच साल बाद भी एक ईंट भी न रखी, सऊदी-दुबई से फंडिंग हवाहवाई
Ayodhya News: राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद रामलला के भव्य मंदिर का उद्घाटन हो चुका है और निर्माण कार्य जारी है लेकिन फैसला आने के 5 साल बाद अभी तक मस्जिद निर्माण का काम नहीं शुरू हो पाया है.
Ayodhya News (सत्यप्रकाश): अयोध्या में विवादित ढांचे की आज बरसी है. इसको लेकर प्रशासन हाई अलर्ट पर है. लंबी कानूनी लड़ाई के बाद 9 नवंबर 2019 को राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया था. दोनों पक्षों को अपने धार्मिक स्थल बनाने के लिए जमीन दी गई. एक ओर तरफ राम मंदिर का भव्य उद्घाटन हो चुका है जबकि फैसला आने के 5 साल बाद अभी तक मस्जिद निर्माण का काम नहीं शुरू हो पाया है.
नहीं बन पाया मस्जिद का नक्शा
अयोध्या से करीब 28 किलोमीटर दूर गोरखपुर-अयोध्या-लखनऊ हाईवे के पास धन्नीपुर गांव है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद यहां सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को मस्जिद बनाने के लिए 5 एकड़ जमीन आवंटित की गई थी. सुन्नी वक्फ बोर्ड के मस्जिद निर्माण के लिए गठित इंडो इस्लामिक कल्चर फाउंडेशन ट्रस्ट मस्जिद का निर्माण के साथ हास्पिटल, कम्युनिटी किचन लाइबेरी और रिसर्च सेंटर बनना चाहता है. जिसकी कमान जुफर फारूकी को दी गई. लेकिन 5 साल बीतने के बाद अभई तक न कमेटी नक्शा तैयार कर पाई है और न ही यहां मस्जिद बनने का काम शुरू हो सका है.
फंड की कमी वजह
मस्जिद का निर्माण कार्य शुरू न हो पाने के पीछे फंड की कमी प्रमुख वजह गिनाई जाती है. पैसा जुटाने के लिए एक कमेटी का गठन भी किया गया लेकिन सही तरीके से काम कर पाने के चलते सितंबर में इसे भंग कर दिया गया था.
नक्शे की स्वीकृति के लिए लगी थी आपत्ति
मस्जिद ट्रस्ट ने दो साल पहले अयोध्या विकास प्राधिकरण के पास पूरे प्रोजेक्ट का आर्किटेक्ट डिजाइन अप्रूवल के लिए जमा कर दिया था. प्राधिकरण से नक्शा पास करने में एनओसी को लेकर फायर विभाग और राजस्व विभाग ने आपत्तियां लगा दीं. राजस्व विभाग ने आवंटित भूखंड को ग्रीन लैंड बताया और इसे आवासीय में तब्दील करवाने के लिए आपत्तियां लगा दीं. प्राधिकरण की आपत्तियों के बाद तकनीकी खामियां तो दूर की गईं लेकिन अभी भी काम नहीं शुरू हो पाया.
अब तक पास नहीं हुआ नक्शा
मस्जिद ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन का कहना है कि पूरे प्रोजेक्ट पर करीब 500 करोड़ का खर्च आएगा. पूरे मस्जिद प्रोजेक्ट के नक्शे के अप्रूवल में करीब 12 करोड़ का विकास और अन्य शुल्क खर्च होने की बात कही जा रही है. अब ट्रस्ट वित्तीय समस्याओं के चलते पहले केवल मस्जिद का नक्शा पास करवाना चाहता है. ताकि पहले चरण में मस्जिद का निर्माण शुरू किया जा सके. मस्जिद के भूखंड की टेस्टिंग हो चुकी है. यहां की जमीन मस्जिद निर्माण के लिए उपयुक्त पाई गई है. नक्शा अप्रूव होने के बाद तुरंत निर्माण शुरू करने की बात कही जा रही है.
कौन था बाबर का कमांडर मीर बाकी? जिसने अयोध्या और संभल में बनवाई मस्जिद
अयोध्या के ताजा समाचार के लिए जी न्यूज से जुड़े रहें. यहां पढ़ें Ayodhya News और UP Breaking News in Hindi सबसे पहले ZEE UPUK पर. उत्तर प्रदेश की हर ब्रेकिंग न्यूज और लेटेस्ट न्यूज हमारे पास, पाएं यूपी के नवीनतम समाचार और सबसे पहले खबर