ram mandir news: 500 वर्षों के लगातार संघर्ष के बाद जब रामलीला अपने भव्य मंदिर में विराजित हुए तभी से उनको उपहार देने का सिलसिला लगातार चल रहा है रामलला को उपहार देने के इसी क्रम में आज राजस्थान के शिवगंज से जयपुर होते हुए पांच धातुओं से निर्मित डेढ़ टन की गदा आज रामनगरी अयोध्या के कार सेवक पुरम पहुंची है इस पंच धातु की गाथा को निर्मित करने वाले श्रीजी सनातन सेवा संस्थान की अध्यक्षता में आचार्य सरस्वती जी देव कृष्णा गौर ने बताया कि भगवान श्री राम हनुमान जी महाराज के प्रति अपार आस्था है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इसी वजह से मैंने अपना श्रद्धा सुमन हनुमान जी महाराज के लिए गदा व भगवान श्री राम के लिए धनुष बाण के रूप में समर्पित किया है हालांकि धनुष का आकार ज्यादा होने के कारण उसको खंडित करके लाया जा रहा है जो देर रात्रि अयोध्या पहुंचने के आसार हैं. यह रामलाल के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास जी को समर्पित किया गया.


पांच धातुओं से निर्मित इस गदा का वजन 1600 किलोग्राम है तो वही धनुष बाण का वजन 1100 किलोग्राम है डॉ सरस्वती देव कृष्णा गौर के नेतृत्व में यह यात्रा 12 जून दिन बुधवार को श्री गोपाल जी मंदिर शिवगंज सिरोही राजस्थान से प्रारंभ हुई है अगर भगवान श्री राम के धनुष की लंबाई की बात की जाए तो इसकी लंबाई 19 फीट और चौड़ाई 31 फिट है तो वही इस्लाम धनुष का वजन 1100 किलोग्राम है वहीं अगर गदा की लंबाई चौड़ाई की बात की जाए तो गदा की लंबाई 26 फिट है चौड़ाई 12 फिट है और इसका वजन 1600 किलो ग्राम है