राजेंद्र तिवारी/महोबा : अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में साधु की अनोखी प्रतिज्ञा को देख लोग अचंभित हैं. बाबा बद्री अपनी चोटी से रामरथ खींचकर अयोध्या जा रहे हैं, जो 501 किलोमीटर की दूरी तय कर 22 जनवरी से पहले अयोध्या पहुचेंगे. आज रविवार को रामरथ महोबा पहुंचा तो राम भक्तों ने पुष्प वर्षा कर जोरदार स्वागत किया. 


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महोबा पहुंचने पर जोरदार स्‍वागत 
मध्य प्रदेश के दमोह जिले के बटियागढ़ से 11 जनवरी को बाबा बद्री रामरथ लेकर अयोध्या के लिए निकले और रविवार 14 जनवरी को वह महोबा पहुंचे. राम रथ महोबा पहुंचने पर लोगों ने पुष्‍प वर्षा की. बाबा बद्री बटियागढ़ से 501 किलोमीटर की दूरी तय कर अयोध्या पहुंचेंगे और भगवान श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का सौभाग्य प्राप्त करेंगे. 


1992 में खाई थी कसम 
बाबा बद्री ने बताया कि उन्होंने सन 1992 में कसम खाई थी कि जब अयोध्या में श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा होगी तो वह अपनी चोटी से रामरथ को खींच कर अयोध्या जाएंगे. आज वह समय आ गया जब श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा हो रही है. बाबा बद्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को राम मंदिर बनने का नायक बताया और रामभक्तों की ऐसी मोहब्बत कभी नहीं मिली जो आज मिल रही है. हम प्रतिदिन 50 से 60 किलोमीटर की यात्रा कर रहे हैं. 


22 जनवरी को होनी है प्राण प्रतिष्‍ठा 
बता दें कि रामलला के प्राण प्रतिष्‍ठा समारोह की शुरुआत 17 जनवरी से शुरू हो जाएगी. 17 जनवरी को रामलला की अचल मूर्ति की भव्य शोभा यात्रा निकालकर राम जन्म भूमि परिसर में स्थापित की जाएगी. इसके बाद 18 जनवरी से पूजन-अर्चन अनुष्ठान की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कर अनुष्ठान की पूर्णाहुति होगी. 22 जनवरी को मृगशिरा नक्षत्र में दिन 12:20 के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. 12:30 बजे प्रधानमंत्री मोदी रामलला की पहली आरती उतारेंगे.