Ayodhya Ram Mandir: राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में मात्र 6 शेष बचे है. इसी बीच 108 दिनों की कारीगरी से गुलाबी मीनाकारी के नेशनल अवॉर्डी हस्तशिल्पी ने बनाई राम मंदिर की अद्भुत आकृति बनाई है. शिल्पकार ने दावा किया है कि, गुलाबी मीनाकारी से पहली बार बनाई गई है. जीआई और ओडीओपी उत्पादों में शुमार गुलाबी मीनाकारी की चमक पूरी दुनिया में है. वर्तमान समय में इसकी डिमांड पूरी दुनिया में बड़े स्तर पर है. आपको बता दें कि हस्तशिल्पी वाराणसी के कुंज बिहारी ने सोने, चांदी और डायमंड से 108 दिनों की मेहनत से श्री राम मंदिर की रेप्लिका बनाई है. इस रेप्लिका का वजन लगभग 2.5 किलो की है जो 12 इंच ऊंची, 8 इंच चौड़ी और 12 इंच लम्बी है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्या है मीनाकारी
क्या आप जानते है कि मीनाकारी क्या होती है?, आइए जानते है मीनाकारी को एनामेलिंग भी कहते है. यह एक धातु की सतह पर खनिज पदार्थों को मिलाकर सजाने की कला है. मीनाकारी को भारत में मुगलों द्वारा लाया गया था, या कह सकते है कि भारत में मुगलो द्वारा ही इस कला की शुरूआत की गई थी. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काशी के शिल्पियों के हुनर का बेजोड़ नमूना ग़ुलाबी मीनाकारी के उत्पाद उपहार में देते रहते हैं.  प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरीस,ऑस्ट्रेलिया के पीएम स्कॉट मॉरिसन, जापान के प्रधानमंत्री और फ्रांस के मैनुअल माइक्रोन की पत्नी को भी जीआई प्रोडक्ट के अनोखे तोहफ़े दे चुके हैं.


यह भी पढ़े- Ayodhya: प्राण प्रतिष्ठा समारोह में संगीत से गूंज उठेगा राम मंदिर परिसर, देश के कोने-कोने से चुने गए दिग्गज संगीतकार