आजमगढ़: यूपी में प्रशासन के लाख दावों के बावजूद जहरीली शराब का धंधा थम नहीं रहा है. यूपी के आंबेडकर नगर, आजमगढ़ और बदायूं में जहरीली शराब पीने से हुई अब तक 27 लोगों की मौत के बाद कोहराम मचा हुआ है. सोमवार की शाम से शुरू हुआ मौतों का सिलसिला अभी थम नहीं रहा है.


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कार्रवाई न करना पड़ा चार पुलिसकर्मियों को भारी
आजमगढ़ के पवई थाना इलाके के मित्तुपुर और आसपास के गांवों में जहरीली शराब से मौत का मामले को आखिकार पुलिस विभाग ने स्वीकार कर लिया है. शराब माफियाओं पर समय पर कार्रवाई नहीं करना चार और पुलिसकर्मियों को भारी पड़ गया. गुरुवार को भी एसपी ने पवई थानाध्यक्ष समेत 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया. 


हल्का इंचार्ज उमानाथ यादव और कांस्टेबल रिंकू कनौजिया निलंबित
अब तक जिले में जहरीली शराब मामले को सिरे से नकारने वाले एसपी सुधीर कुमार सिंह ने गुरुवार को दीदारगंज थाने से संबंधित हल्का इंचार्ज उमानाथ यादव और कांस्टेबल रिंकू कनौजिया को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. इनकी जगह किसी और की तैनाती की गई है. तवाली से संबंधित बलरामपुर चौकी इंचार्ज अनिल मिश्रा और बीट कांस्टेबल रवि तिवारी को भी निलंबित किया गया है. अवैध शराब तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नही करने पर निलंबित किया गया है. 


शराब माफियाओं के खिलाफ सभी पुलिसकर्मियों को सख्त कार्रवाई के निर्देश
एसपी ने शराब माफियाओं के खिलाफ सभी पुलिसकर्मियों को सख्त कार्रवाई के दिए हैं निर्देश दिए हैं. बीते मंगलवार को पवई थाना क्षेत्र मे कुछ व्यक्तियों की शराब से मौत की बात सामने आई थी. बता दें कि आजमगढ़ में घटना से आक्रोशित लोगों ने मंगलवार की दोपहर मित्तूपुर पुलिस चौकी का घेराव किया था. काफी संख्या में पुलिस बल के पहुंचने पर मामला शांत हुआ.


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