Ghazipur News: गाजीपुर के नंदगंज थाने में आईपीएस अधिकारी सहित 18 पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज की गई है. यह मामला 2022 में चंदौली जिले का है, जहां जनता से अवैध वसूली और शिकायतकर्ता कांस्टेबल अनिल सिंह के अपहरण की कोशिश के आरोप लगे थे। यह कार्रवाई सीजेएम कोर्ट के आदेश पर की गई है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

12 लाख रुपये की मासिक वसूली का आरोप  
चंदौली में तैनात कांस्टेबल अनिल सिंह ने 2021 में तत्कालीन एसपी अमित कुमार द्वितीय समेत 19 पुलिसकर्मियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे. अनिल सिंह ने अपने प्रार्थनापत्र में बताया था कि ये पुलिसकर्मी पद का दुरुपयोग कर हर महीने जनता से 12.5 लाख रुपये की अवैध वसूली करते थे. उन्होंने वसूली की पूरी सूची भी सौंपी थी.  


शिकायतकर्ता पर उल्टा केस और अपहरण का मामला  
अनिल सिंह के वकील मुन्‍नू लाल ने बताया कि शिकायत करने के बाद पुलिस अधिकारियों ने भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई करने के बजाय उल्टा अनिल सिंह को ही निशाना बनाया. उन्हें बर्खास्त कर दिया गया और 5 सितंबर 2021 को उनका अपहरण कर लिया गया. आरोप है कि आरोपी पुलिसकर्मी उन्हें गाजीपुर के नंदगंज थाना क्षेत्र के बड़हरा गांव से सादी वर्दी में उठाकर ले गए और 5 दिन तक बंधक बनाकर रखा. इस घटना की जानकारी उनकी बेटी खुशबू ने 112 पर कॉल कर दी और थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. उल्टा, अनिल सिंह पर ही एक और केस दर्ज कर दिया गया.


कोर्ट के आदेश पर एफआईआर दर्ज  
थाने में सुनवाई न होने पर अनिल सिंह ने गाजीपुर सीजेएम कोर्ट में धारा 156 (3) के तहत प्रार्थना पत्र दिया. उन्होंने अपने आरोपों में आईपीसी की धारा 219, 220, 342, 364, 389, 467, 468, 471 और 120-B के तहत अपराधों का उल्लेख किया. लंबी सुनवाई के बाद 21 सितंबर 2024 को कोर्ट ने आदेश दिया कि तत्कालीन एसपी समेत 18 पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज की जाए.


यह भी पढ़ें : Azamgarh News: यूपी में गर्भवती महिलाओं को फ्री अल्ट्रासाउंड का ऑफर, 14 लाख ने उठाया लाभ


उत्तर प्रदेश के ताजा समाचार के लिए जी न्यूज से जुड़े रहें. यहां पढ़ें UP News और Azamgarh Breaking News in Hindi सबसे पहले ZEE UPUK पर. उत्तर प्रदेश की हर ब्रेकिंग न्यूज और लेटेस्ट न्यूज हमारे पास, पाएं यूपी के नवीनतम समाचार और सबसे पहले खबर!