उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को आजमगढ़ मंडल के जिलों की समीक्षा की. आजमगढ़, बलिया और मऊ जिले के अधिकारियों के साथ बैठक में उन्होंने कड़ा रुख दिखाया. उन्होंने लापरवाह अफसरों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि काम नहीं कर सकते तो कुर्सी छोड़ दो. 


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इस बैठक में मुख्यमंत्री ने तहसीलों में व्याप्त भ्रष्टाचार की शिकायत पर ज़िलाधिकारी को फटकार लगाई है.
नेताओं की शिकायत रही कि तहसीलों में व्याप्त भ्रष्टाचार है, उसे लेकर मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को चेतावनी दी है.


राजभर ने बैठक में कहा कि बड़े अफसर क्या थानों और तहसील स्तर के अधिकारी भी फोन नहीं उठाते. सीएम योगी ने इस पर कहा कि लापरवाह अफसरों की जिम्मेदारी तय की जाएगी. अफसरों की लापरवाही का नुकसान ही सामने हैं. जनता के प्रति जवाबदेह सरकार है. 


सीएम योगी ने राजस्व, कानून व्यवस्था, बिजली और गोशालाओं से जुड़े मामलों की जानकारी ली. मंडल के जनप्रतिनिधियों के साथ योगी ने लंबी बैठक की. सीएम योगी कुल पौने चार घंटे तक जिले में रहे. मुख्यमंत्री ने हरिहर में निर्माणाधीन संगीत महाविद्यालय का भी निरीक्षण किया


सीएम ने कहा कि  विकास परियोजनाओं की नियमित तौर पर निगरानी की जाए. हर परियोजना के लिए एक अलग नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाए, जो हर सप्ताह प्रगति की रिपोर्ट दे. सीनियर अफसर हर 15 दिन पर परियोजनाओं की समीक्षा करें. सभी परियोजनाओं को उनकी निर्धारित समय सीमा में पूरा किया जाए. गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाए ताकि कोई परियोजना में देरी न हो. मुख्यमंत्री ने कहा कि जाम की समस्या न होने पाए. सड़क पर गाड़ियां खड़ी न हों.


बाढ़ को लेकर हर वक्त अलर्ट रहें अफसर 
मुख्यमंत्री ने सगड़ी तहसील के देवरा क्षेत्र में बहने वाली घाघरा नदी के जलस्तर की जानकारी ली. उन्होंने बाढ़ को लेकर सतर्क रहने के निर्देश दिए. सीएम ने कानून व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक की. अपराधियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए, इसमें लापरवाही नहीं होनी चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि हर प्रकार के माफिया पर सख्त कार्रवाई की जाए. 


2 घंटे से चली सीएम की बैठक 
समीक्षा बैठक 2 घंटे से अधिक देर तक चली. बैठक में आजमगढ़ के मंडलायुक्त मनीष चौहान, डीआईजी वैभव कृष्ण, डीएम विशाल भारद्वाज, एसपी हेमराज मीणा सहित जिले के सभी आला अधिकारी मौजूद रहे. प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री एके शर्मा, दारा सिंह चौहान, दानिश अंसारी, एमएलसी विजय बहादुर पाठक, रामसूरत राजभर, पूर्व एमएलसी यशवंत सिंह और पूर्व सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ भी बैठक में मौजूद रहे