दयाशंकर/उन्नाव: विवादित बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में ढांचा गिराने में शामिल रहे उन्नाव से भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने फैसला आने से ठीक पहले कहा कि भगवान श्री राम का भव्य राम मंदिर बनाने के लिए बाबरी मस्जिद का विवादित ढांचा ढाहाया गया था, जो हिंदुस्तान के माथे पर एक कलंक जैसा था. उससे हिंदुस्तान के कोटि-कोटि हिंदुओं का सम्मान वर्धन हुआ है. लगभग 28 साल के बाद आज मामले में जजमेंट आने वाला है. भगवान राम के लिए जो भी जजमेंट आएगा, सहज स्वीकार्य होगा. 


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आपको याद होगा कि पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने कोर्ट में कहा था कि भगवान राम के लिए 24 घंटे तो क्या पूरी जिंदगी जेल में रहना भी स्वीकार होगा. साक्षी महाराज ने कहा कि वह राम जन्म भूमि आंदोलन के साक्षी हैं, जो भी फैसला आएगा शिरोधार्य होगा, मान्य होगा. उनका कहना है कि उनके ऊपर दोष सिद्ध होने का कोई कारण नहीं है. जब भव्य राम मंदिर का निर्माण प्रारंभ हो गया, उसी के साथ इसका पटाक्षेप हो जाना चाहिए था. मेरी वहां कोई ऐसी भूमिका भी नहीं थी कि मेरा कहीं दोष सिद्ध हो. साक्षी ने कहा कि उनके वकीलों ने पूरे मामले में बहस की है. वकीलों ने बताया है कि उनपर पर कोई मामला बनता नहीं है जो विवादित ढांचा ढहाया गया उससे मेरा दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं है. हां मैं वहां मौजूद जरूर था, उसका मैं साक्षी रहा. मैं उपस्थित था इसके बाद भी अगर दोषी सिद्ध होता हूं तो जमानत का प्रयास करूंगा. अगर जेल जाना पड़ा तो भगवान श्री राम के लिए हंसते-हंसते जेल भी जाऊंगा. 


अयोध्या की बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में सीबीआई की खास अदालत 30 सितंबर यानी आज फैसला सुनाने जा रही है. अदालत ने सभी को फैसले के दिन वहां रहने का आदेश दिया है.  इस मामले में भाजपा के सीनियर लीडर लालकृष्ण अडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, भाजपा से उन्नाव सांसद साक्षी महाराज समेत 49 लोग शामिल हैं, जिसमें से 17 की मौत हो चुकी है.  


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