Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में जो ड्राइवर ट्रैक्टर ट्रॉलियों पर सवारी ले जाते हैं वे अब आगे ऐसा नहीं कर पाएंगे. दरअसल इस तरह के वाहनों से हो रहे हादसों को लेकर सरकार चिंतित है. सरकार ने इस संबंध में सख्त फैसला लेने का मन बना लिया है. आपको बता दें कि इसी महीने इस तरह के वाहन से जुड़ी दुर्घटना के मामले में 10 लोगों की जान चली गई थी. घटना मिर्जापुर में हुई थी. सूबे में यह कोई इकलौता मामला नहीं था. इसके अलावा बहुत सी घटनाएं रिपोर्ट की गई थीं.


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यूपी के परिवहन मंत्री ने कहा है कि सरकार जल्द ही इस संबंध में एक उच्च स्तरीय मीटिंग बुलाएगी. जिसमें इस बात पर चर्चा होगी कि ऐसे वाहनों पर सवारियों को ले जाने से रोक कैसे लगे. आपको बता दें कि जागरूकता के अभाव में भी लोग इस तरह के वाहनों से यात्रा करते हैं और अप्रिय घटना के शिकार हो जाते हैं. इस मामले में सरकारी नियम पहले से ही सख्त हैं. ट्रैक्टर ट्रॉलियों पर लोगों को सवारी के रूप में बैठाना कानून के खिलाफ है. इस तरह के वाहन का इस्तेमाल या तो खेती के लिए किया जाना वैध है या कारोबारी कामकाज के लिए.


इस दिशा में लगातार उल्लंघन किया जा रहा है. इसलिए सरकार ने उच्चस्तरीय मीटिंग बुलाई है. मंत्री ने बताया कि इस मामले में लोगों के बीच जागरूकता पैदा करना भी जरूरी है. गौरतलब है कि इस साल फरवरी में कासगंज में ट्रैक्टर ट्रॉलियों पर सवार 23 लोगों को जान गंवानी पड़ी थी. सालभर पहले हाथरस में 6 लोगों की मौत हुई थी. इससे पहले भी ऐसे मामले सामने आते रहे हैं.