विनोद मिश्रा, लखनऊः अयोध्या में हुई वीएचपी के घर्म-सभा के ठीक एक दिन बाद भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर भी अयोध्या पहुंचे. अयोध्या में डीएम को ज्ञापन दिया और वापस लखनऊ लौट आए. अयोध्या से लौटने के बाद मीडिया से मुखातिब भीम आर्मी चीफ चंद्र शेखर ने कहा कि भीम आर्मी को लगातार अयोध्या मामले को लेकर धमकी मिल रही थी. अयोध्या से भी बड़ी संख्या में लोग उन्हे लगातार फोन कर बुला रहें थे. वो लोग खौफ में थे लिहाजा आज मैं अयोध्या गया. वहां के बहुजन समाज के लोगों से मुलाकात की और उसके बाद डीएम और एसएसपी से भी मुलाकात किया. फैजाबाद के लोगों की सुरक्षा को लेकर डीएम को एक ज्ञापन भी दिया.


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क्या भीम आर्मी 2019 के लोक-सभा चुनाव में चुनावी मैदान में उतरेगी ? इस सवाल के जवाब में चंद्रशेखर ने कहा कि भीम आर्मी एक समाजिक संगठन है. भीम आर्मी 2019 में चुनाव नहीं लड़ेगी. हालांकि आने वाले चुनाव में हमारा उद्देश्य बीजेपी को जड़ से उखाड़ फेंकने का है. मायावती को मेरे बारे मे गुमराह किया गया है, लेकिन हमारी कोशिश बहुजन समाज की सरकार बनावाने की होगी. अगर कांग्रेस दलित हितैषी है तो फिर उसे बहन जी को प्रधानमंत्री बनवाने में मदद करनी चाहिए. चंद्रशेखर ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी को हमारे पूर्वज कांशीराम ने बनाया था. मैं आज उन्हीं के बताए आदर्शों पर चल रहा हूं. हालांकि मुझको तोड़ने के लिए मुकदमों में फसाने की कोशिश की जा रही है.


चंद्रशेखर ने कहा कि ये देश संविधान पर चलता है, हम सुरक्षा को लेकर अयोध्या गए थे. हम चाहते थे कि फैजाबाद का नाम बदला जाए तो फिर उसे अयोध्या की बजाय साकेत रखा जाय. अपने नाम से रावण शब्द हटाने को लेकर भी आज चंद्रशेखर ने सफाई दी. चंद्रशेखर ने कहा कि जिन्हें मेरे नाम के पीछे रावण लगाना अच्छा लगता है मैं उनको भी इंकार नहीं कर सकता...लेकिन मेरी वोटर आईडी पर चंद्रशेखर ही लिखा हुआ है और मैं चाहता हूं कि लोग मुझे चंद्रशेखर आजाद के नाम से ही जाने.



राम मंदिर मुद्दे पर पूछे गये सवाल के जवाब में भीम आर्मी चीफ ने कहा, 'राम मंदिर मामला कोर्ट में हैं और हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले के साथ है. हालांकि अपने मूवमेंट के बारें में बात करते हुए चंद्रशेखर ने कहा कि भीम आर्मी का मूवमेंट किसी भी कीमत पर रुकेगा नहीं.