तत्कालीन SSP और SO की बातचीत का AUDIO VIRAL, सामने आई बिकरू कांड की पूरी कहानी
बिकरू गांव में 2 जुलाई की रात विकास दुबे और उसके गुर्गों द्वारा पुलिसकर्मियों पर हुए जानलेवा हमले के बाद तत्कालीन एसएसपी दिनेश कुमार और एसओ विनय तिवारी के बीच यह बातचीत हुई थी. वही ऑडियो वायरल हो रहा है.
कानपुर: बिकरू कांड से जुड़ा एक और ऑडियो वायरल हो रहा है. यह ऑडियो कानपुर के तत्कालीन एसएसपी दिनेश कुमार और चौबेपुर एसओ विनय तिवारी के बीच फोन पर हुई बातचीत का है. इस वायरल ऑडियो में दोनों गैंगस्टर विकास दुबे की दरिंदगी को लेकर बातचीत कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि 2 जुलाई की रात बिकरू गांव में विकास दुबे और उसके गुर्गों द्वारा पुलिसकर्मियों पर हुए जानलेवा हमले के बाद तत्कालीन एसएसपी दिनेश कुमार और एसओ विनय तिवारी के बीच यह बातचीत हुई थी. वही ऑडियो वायरल हो रहा है. आप भी पढ़ें तत्कालीन एसएसपी दिनेश कुमार और चौबेपुर SO विनय तिवारी के बीच क्या बातचीत हुई थी...
कानपुर के तत्कालीन SSP दिनेश कुमार और चौबेपुर SO विनय तिवारी के बीच 2 जुलाई की रात हुई बातचीत के अंश...
दिनेश कुमार: हेल्लो, सीओ आ रहे हैं कि नहीं?
विनय तिवारी: अभी नहीं सर, उनका फोन भी नहीं उठ रहा है.
दिनेश कुमार: किसी के घर में फंस गए या कहां हैं वो? सिपाही तो होंगे उनके साथ?
विनय तिवारी: सब सर तितर-बितर हो गए, फोन लग नहीं रहा किसी का.
दिनेश कुमार: अभी वायरलेस करो, गाड़ी से वायरलेस करो, जितने आस-पास के थाने हैं बताओ उनको. गांव एग्जैक्टली कौन सा है?
विनय तिवारी: कंट्रोल रूम को बता दिया. बिकरू...बिकरू गांव है सर.
दिनेश कुमार: बिकरू गांव, ठीक है. हिस्ट्रीशीटर का नाम क्या है?
विनय तिवारी: विकास दुबे.
दिनेश कुमार: विकास दुबे?
विनय तिवारी: हां सर.
दिनेश कुमार: अभी मैं भी पहुंच रहा हूं. फोर्स को फोन करके पीछे से अलग-अलग रास्तों से इकट्ठा करिएगा. चारों तरफ क्वाड्रन ऑफ करिएगा, जो घायल हैं उनको अस्पताल भेजिएगा.
विनय तिवारी: सर पीएसी के लिए भी बता दीजिएगा सर.
दिनेश कुमार: अब आ रहे हैं यार, मैं स्वयं आ रहा हूं. पीएसी तो आएगी ही आएगी. और इसको बाहर नहीं निकलने दीजिएगा, विकास दुबे को. वो फायर कर रहा है, तुम पलटकर फायर करो यार. अगर वो फायर कर रहा है, तुम्हारे सिपाही घायल हैं, तुम्हारी बंदूक क्या कर रही है यार? डरो मत हम आ रहे हैं, स्वयं आ रहे हैं.
विनय तिवारी: कुछ दिखाई नहीं दे रहा है सर, फायर किए जा रहा है सर उधर से.
बिकरू में 2-3 जुलाई की दरमियानी रात क्या हुआ था?
आपको बात दें कि कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र स्थित बिकरू गांव में 2-3 जुलाई की दरमियानी रात पुलिस टीम गैंगस्टर विकास दुबे पर दबिश के लिए गई थी. विकास दुबे को पुलिस की इस कार्रवाई के बारे में उसके मुखबिर ने पहले ही सूचित कर दिया था. विकास दुबे अपने गुर्गों को इकट्ठा कर पुलिस टीम पर हमले की पूरी तैयारी कर चुका था. उसने अपने घर तक पहुंचने वाले रास्ते को जेसीबी लगाकर ब्लॉक करवा दिया था. घर की छत पर अपने गुर्गों को अत्याधुनिक हथियारों के साथ तैनात कर रखा था. बिल्हौर सीओ देवेंद्र मिश्रा पुलिस टीम का नेतृत्व कर रहे थे.
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गैंगस्टर विकास दुबे UP STF के साथ मुठभेड़ में ढेर हुआ
पुलिस टीम जैसे ही विकास दुबे के घर के करीब पहुंची, गैंगस्टर और उसके गुर्गों ने अंधाधुंध फायरिंग झोंक दी. पुलिस वालों को संभलने का मौका तक नहीं मिला. इस घटना में बिल्हौर सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए और 6 अन्य घायल हो गए. विकास दुबे और उसके गुर्गों ने घटना को अंजाम देने के बाद पुलिसकर्मियों के हथियार लूटे, सीओ के शव के साथ बर्बरता की और फरार हो गए. इस दौरान पुलिस ने विकास के कई साथियों का एनकाउंटर किया, जो इस घटना में शामिल थे. विकास दुबे एक हफ्ते तक फरार रहा. उसे 9 जुलाई को उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया. 10 जुलाई की सुबह यूपी एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ में विकास दुबे भी ढेर हो गया.
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