लखनऊ: बिकरू में 8 पुलिस कर्मियों की हत्या के केस में स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम की जांच-पड़ताल जारी है. इसी सिलसिले में एसआईटी के दफ्तर में कानपुर के पूर्व SSP अनंतदेव को तलब किया गया. अनंतदेव लखनऊ में एसआईटी के दफ्तर बापू भवन  पहुंचे. उन्होंने टीम के सामने बयान दर्ज कराते हुए अपनी सफाई पेश की और उससे संबंधित कुछ दस्तावेजी साक्ष्य भी उपलब्ध कराए.


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जानकारी सामने आई थी कि शहीद सीओ देवेन्द्र मिश्र ने चौबेपुर के निलंबित एसओ विनय तिवारी के खिलाफ तत्कालीन एसएसपी अनंतदेव को चिट्ठी, व्हाट्सऐप और ईमेल के जरिए शिकायत दी थी. उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. इस मामले पर भी एसआईटी ने अनंतदेव का बयान दर्ज किया है. एसआईटी ने अनंतदेव की ओर से पेश किए गए सभी दस्तावेजों को ऑन रिकॉर्ड ले लिया है.


बेटियों ने दी थी शहीद सीओ की अनंतदेव के नाम चिट्ठी 
शहीद सीओ देवेन्द्र मिश्रा की बेटी ने एक पत्र उजागर किया था, जो सोशल मीडिया में वायरल हो गया था. इस चिट्ठी को सीओ ने  डीआईजी अनंत देव को लिखा था और विकास दुबे के साथ चौबेपुर थानाध्यक्ष विनय तिवारी की सांठगांठ का जिक्र था. चिट्ठी वायरल होने पर पुलिस विभाग में खलबली मच गयी थी और पुलिस कार्यालय ने इस पत्र को सिरे से खारिज कर दिया. इस पर शासन ने आईजी लखनऊ लक्ष्मी सिंह को जांच सौंपी थी, जिसके बाद डीआईजी अनंत देव को लखनऊ एसटीएफ से हटाकर पीएसी में ट्रांसफर कर दिया गया था. 


तत्कालीन SSP को लिखी गई CO की चिट्ठी

विकास दुबे के खजांची के साथ भी दिखे अनंतदेव 
इसके अलावा पूर्व एसएसपी अनंतदेव की कई तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं. इन तस्वीरों में वे विकास दुबे के कैशियर कहे जाने वाले जय बाजपेई के साथ दिेखाई दे रहे हैं.



इन्हीं तस्वीरों और वायरल चिट्ठी के बाद बिकरू हत्याकांड और विकास दुबे के केस में अनंत देव की भूमिका सवालों के घेरे में आ गई थी. 


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