नयी दिल्ली: उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए नरेंद्र मोदी मंत्रिपरिषद में हाल में शामिल की गईं स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने आज दावा किया कि राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाला गठबंधन ही एकमात्र विकल्प है क्योंकि जनता समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के कथित ‘गुंडाराज एवं कुशासन’ से त्रस्त हो चुकी है।


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सोशल मीडिया में शेयर हो रहे कथित मुस्लिम विरोधी ट्वीट विवाद के संदर्भ में अनुप्रिया ने कहा कि किसी ने उनका फर्जी अकाउंट बनाकर ये ट्वीट किए थे तथा उन्होंने इसको लेकर दिल्ली पुलिस से शिकायत की और पुलिस ने ऐसा करने वाले व्यक्ति की शिनाख्त भी कर ली है।


हाल ही में मोदी मंत्रिपरिषद के विस्तार में मिर्जापुर से सांसद एवं ‘अपना दल’ की नेता अनुप्रिया को बतौर राज्य मंत्री शामिल किया गया। कहा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में पिछड़े वर्ग के मतदाताओं को ध्यान में रखते हुए अनुप्रिया को मंत्रिपरिषद में जगह दी गई है।


अनुप्रिया ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में हमारी कोशिश होगी कि जनता को सपा के गुंडाराज और कुशासन से मुक्ति मिले। लोग सपा और बसपा के गुंडाराज और कुशासन से तंग आ चुके हैं। ऐसे में भाजपा और अपना दल का गठबंधन एकमात्र विकल्प है। हमें पूरी उम्मीद है कि राज्य में भाजपा के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी।’ राज्य में भाजपा नीत गठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के संभावित उम्मीदवार के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘इस बारे में मैंने पहले भी कहा है कि इस पर कोई भी फैसला प्रधानमंत्री जी और भाजपा का शीर्ष नेतृत्व करेगा। हमारी कोशिश सिर्फ यह होगी कि राज्य में हमारे गठबंधन की सरकार बने।’


सोशल मीडिया में शेयर हो रहे विवादित ट्वीट के संदर्भ में पूछे जाने पर अनुप्रिया ने कहा, ‘‘किसी ने मेरे नाम पर फर्जी ट्विटर अकाउंट बनाया और इस तरह के द्वेषपूर्ण ट्वीट किए। इसकी हमने दिल्ली पुलिस से शिकायत की और पुलिस ने उस व्यक्ति की शिनाख्त कर ली है। पुलिस इस मामले में कार्रवाई कर रही है।’ भाजपा में अपनी पार्टी के संभावित विलय को लेकर चल रही अटकलों पर अनुपिया ने कहा कि उनका दल भाजपा के साथ गठबंधन में विधानसभा चुनाव लड़ेगा।


उन्होंने कहा, ‘बीते दो जुलाई को वाराणसी की रैली में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने खुद एलान किया कि भाजपा और अपना दल गठबंधन में चुनाव लड़ेंगे।’ अनुप्रिया ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय में रहते हुए उनकी कोशिश उत्तर प्रदेश और खासकर पूर्वांचल में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने की होगी।


उन्होंने कहा, ‘उत्तर प्रदेश मानव विकास के सभी सूचकांकों पर पिछड़ा नजर आता है। पूर्वांचल की स्थिति और खराब है। शिक्षा और स्वास्थ्य की स्थिति कहीं ज्यादा दयनीय है। पूर्वांचल को सिर्फ राजनीतिक चारागह के तौर पर इस्तेमाल किया गया। हम उत्तर प्रदेश और पूर्वांचल में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने की कोशिश करेंगे। हम प्रयास करेंगे कि केंद्र प्रायोजित स्वास्थ्य योजनाओं का सही ढंग से क्रियान्वयन हो। वैसे केंद्र सरकार उत्तर प्रदेश को एक एम्स देने जा ही है।’