UP Politics: लोकसभा चुनाव में यूपी में बीजेपी की शिकस्त के बाद बीजेपी नेताओं के निशाने पर सबसे ज्यादा प्रदेश की नौकरशाही ही है. पहले सीएम से चेतावनी मिलने के बाद भी अधिकारियों का रवैया नहीं बदला है. अब मिर्जापुर नगर से बीजेपी विधायक ने भरे मंच से न सिर्फ अपना दर्द बयां किया, बल्कि मनमानी करने वाले अधिकारियों को चेतावनी भी दे डाली. एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बीजेपी विधायक रत्नाकर मिश्र ने कहा कि सरकार गरीबों का उत्थान करना चाहती है, लेकिन अधिकारी खेला करने में लगे हुए हैं.  


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बीजेपी विधायक का छलका दर्द
भरे मंच से बीजेपी विधायक का दर्द छलका. अपना दर्द जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि मेरे घर से दो सौ मीटर पर कार्यक्रम है. मुझे रात आठ बजे आदेश दिया जा रहा है कि आना है. इस तरह से अधिकारियों का रवैया है. इसके साथ ही बीजेपी विधायक रत्नाकर मिश्र ने ये भी कहा कि इस तरीके का रवैया और कार्यकर्ताओं का अपमान बर्दाश्त नही हैं. इस बात को हम सदन में उठाएंगे.


अधिकारियों को चेतावनी
बीजेपी विधायक रत्नाकर मिश्र ने कहा कि अधिकारियों का इस तरह का रवैया अब नहीं चलेगा. जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करेंगे तो भला नहीं होगा. इसके लिए ऊपर बात करेंगे. बीजेपी विधायक ने आगे कहा कि सीएम का निर्देश है कि अधिकारी लोग शिलान्यास जनप्रतिनिधियों से ही कराएंगे. इसकी सूचना देंगे. अभी कुछ अधिकारियों की आदत में गड़बड़ी है. हमारे घर से 200 मीटर दूर ही पर्यटक से शिलान्यास कराया गया. मैं यहां का क्षेत्रीय विधायक हूं मुझे आमंत्रित नहीं किया गया. अभी डूडा का कार्यक्रम था. उसमें भी स्थानीय जनप्रतिनिधियों को नहीं बुलाया गया. पता नहीं अधिकारी लोग किस रवैये में हैं. हम इसकी शिकायत करेंगे.


नौकरशाहों के फैसले बने अभिशाप
इससे पहले भी अधिकारियों पर संगीन आरोप लगे हैं. गोरखपुर फैजाबाद स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के विधान परिषद के सदस्य देवेंद्र प्रताप सिंह ने सीएम योगी को पत्र लिखा. इस पत्र में उन्होंने लिखा कि आपके सुशासन और कानून व्यवस्था की हर जगह सराहना होती है. यहां तक कि आपके सुशासन के मॉडल की चर्चा प्रदेश और देश की सीमाओं से बाहर भी होती है. हालांकि अचानक ऐसा क्या हुआ कि प्रदेश की जनता आपकी सरकार से नाराज हो गई. उन्होंने लिखा कि कई कारणों ने मिलकर 2024 का परिणाम खराब कर दिया. जनता के मन में सरकार की छवि शिक्षक और कर्मचारी विरोधी बन गई है. इसके लिए नौकरशाह जिम्मेदार हैं, उनके द्वारा लिए गए निर्णयों ने जनता को नाराज कर दिया. नौकरशाहों के लिए गए निर्णय सरकार के लिए अभिशाप बन गए है.


अपनी ही सरकार पर बरसे
वहीं पूर्व कैबिनेट मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह का भी एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. वायरल वीडियो में बीजेपी नेता भ्रष्टाचार को लेकर अपनी ही सरकार पर बरसते नजर आए थे. उन्होंने कहा था कि थानों और तहसीलों में ऐसा भ्रष्टाचार उन्होंने अपने चार दशक से ज्यादा के राजनैतिक जीवन में नहीं देखा. साथ ही बीजेपी नेता ने कहा कि प्रतापगढ़ जिले के थानों और तहसीलों का भ्रष्टाचार खत्म होना चाहिए, तभी मतदाताओं का असली सम्मान होगा.