अलीगढ़ में ब्लैक फंगस ने दी दस्तक, दो मरीजों में मिले लक्षण
पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में 40 वर्षीय राजवीर में ब्लैक फंगस के लक्षण मिले हैं तो वहीं एक निजी क्लीनिक में इलाज करने कराने आए 72 वर्षीय बुजुर्ग में भी यह ब्लैक फंगस पाया गया है.
अलीगढ़: कोरोना के साथ अब जो सबसे ज्यादा चिंता सता रही है. वह ब्लैक फंगस बीमारी को लेकर है. उत्तर प्रदेश के कई जिलों में यह बीमारी फैल चुकी है. अब अलीगढ़ में भी इस बीमारी ने अपनी दस्तक दे दी है. अलीगढ़ के दीनदयाल उपाध्याय संयुक्त चिकित्सालय में व एक निजी अस्पताल में ब्लैक फंगस के 2 मरीज मिले हैं. इससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है.
दो लोगों में मिले ब्लैक फंगस के लक्षण
पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में 40 वर्षीय राजवीर में ब्लैक फंगस के लक्षण मिले हैं तो वहीं एक निजी क्लीनिक में इलाज करने कराने आए 72 वर्षीय बुजुर्ग में भी यह ब्लैक फंगस पाया गया है. ब्लैक फंगस के 2 मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी है और वहां से मरीजों के लिए दवाइयां आने का इंतजार है.
क्या बोली अलीगढ़ CMO?
अलीगढ़ के सीएमओ डॉ भानु प्रताप सिंह कल्याणी ने बताया कि ब्लैक फंगस के हमार पास दो केस आए हैं. जिसमें एक ओपीडी में आया था डॉ नितिन अग्रवाल के यहां पर और एक पेशेंट दीनदयाल में भर्ती है. अभी हम लोगों को दवाइयां लखनऊ से जारी हो रही हैं जो कल तक मंगा लेंगे.
ऐसे फैलता है ब्लैक फंगस
ड्रग इस्पेक्टर ने भी बताया कि उन्होंने भी कुछ दवाओं का आर्डर किया है. तब तक जो भी दवा हमारे पास है वह इस्तेमाल कर रहे हैं. यह फंगस इंफेक्शन से होता है, जैसे पत्तियां या लकड़ी सड़ती है तो उसमें फंगस हो जाता है या धूल मिट्टी होती है. हवा में इसके कर्ण होते हैं जो सांस के रास्ते अंदर चले जाते हैं. फिर नाक से इंफेक्शन होता है जो फैलता जाता है.
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