लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी ने आज इसके मुखिया मायावती पर टिकट बेचने का आरोप लगाकर पार्टी छोडने वाले आर.के. चौधरी को ‘स्वार्थी’ करार देते हुए दावा किया है कि उनके जाने से बसपा का कोई नुकसान होने वाला नहीं है।


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बसपा के प्रदेश अध्यक्ष रामअचल राजभर ने चौधरी के आरोपों को खारिज करते हुए आज यहां जारी बयान में कहा, ‘बसपा में स्वार्थी किस्म के लोगों के लिये कोई स्थान नहीं है। चौधरी जैसे लोगों के चले जाने से पार्टी पर कोई प्रभाव पडने वाला नहीं है।’ राजभर ने कहा कि चौधरी एक बार पहले (2001) भी पार्टी से बाहर चले गये थे और वर्ष 2013 में अपनी गलती के लिए माफी मांग कर बसपा में वापस आ गये थे।


यह दावा करते हुए कि बसपा मुखिया मायावती ने दल के अन्य नेताओं की सिफारिश पर ही उन्हें पुन: पार्टी में वापस लिया था, राजभर ने कहा, ‘पार्टी ने दोबारा वापस आने पर चौधरी को मोहनलालगंज (सुरक्षित) सीट से लोकसभा का टिकट दिया। मगर वे चुनाव हार गये। इस बार बसपा की हवा देखते हुए वे फिर 2017 में मोहनलालगंज से विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते थे। उन्हें समझाया गया कि उनका वायदा था कि वे लोकसभा आमचुनाव ही लड़ेंगे और बाकी समय वह पार्टी संगठन में काम करेंगे।


राजभर ने कहा कि विधानसभा आमचुनाव में टिकट दिये जाने से इन्कार कर दिये जाने पर वे निजी स्वार्थ में बसपा मुखिया पर गलत आरोप लगाकर पार्टी छोड गये।