लखनऊ: देश भर में चल रहे नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हो रही हिंसा पर फिलहाल पुलिस-प्रशासन ने काबू पा लिया है. उत्तरप्रदेश में रविवार को कानून व्यवस्था में साफ तौर पर सुधार देखा गया. मेरठ, बिजनौर, मुज्जफरनगर समेत अन्य जिलों में भी हालात फिलहाल सामान्य हैं. 


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गौरतलब है कि, हमीरपुर पुलिस ने मौदहा इलाके में जुमे की नमाज के बाद माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वाले उपद्रवियों के पोस्टर जारी किए हैं और साथ ही उपद्रवियों की सूचना देने के लिए की जनता से अपील कर सूचना देने वालो की पहचान गुप्त रखने की बात कही है. 


बता दें कि, उत्तरप्रदेश के कई जिलों में उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है, लखनऊ व आसपास के जिलों में रविवार को शांति रही वहीं पुलिस-प्रशासन उपद्रवियों के खिलाफ सख्ती दिखाता नजर आ रहा है. योगी सरकार ने कार्रवाई के दौरान 164 मुकदमें दर्ज कर 879 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि 53122 लोगों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की गई. वहीं इस हिंसा के बीच आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं में 288 पुलिसकर्मी घायल हुए, जिसमें 61 पुलिसकर्मी फायर आर्म्स के दौरान घायल हुए. 


इस हिंसा के चलते 647 कारतूस के खोके, 69 कारतूस और 35 अवैध तंमचे बरामद हुए. सोशल मीडिया पर हिंसक पोस्ट करने वाले 108 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, साथ ही 15,344 पोस्ट को संज्ञान में लेकर उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई शुरु की गई. 


बता दें, सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे भ्रम के चलते एहतियात के तौर पर कई जिलों में इंटरनेट (Internet) सेवा भी बंद कर दी गई थी. यूपी की राजधानी लखनऊ में इंटरनेट और एसएमएस सर्विस पर  21 दिसंबर दोपहर 12 बजे तक के लिए रोक लगा दी गई थी. वहीं, गाजियाबाद में गुरुवार (19 दिसंबर) रात 10 बजे से शुक्रवार (20 दिसंबर) रात 10 बजे तक इंटरनेट सेवा बंद रखने को कहा था. मथुरा में अगले आदेश तक इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं. आगरा में गुरुवार (19 दिसंबर) रात 12 बजे से शुक्रवार (20 दिसंबर) शाम 6 बजे इंटरनेट पर पाबंदी लगी वहीं बरेली में 19 दिसंबर 2019 की रात 11 बजे से 21 दिसंबर 2019 की सुबह 10 बजे तक इंटरनेट सेवा को बंद किया गया. इसके अलावा अलीगढ़, मऊ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, संभल सिटी एरिया, मेरठ में भी इंटरनेट सेवा बंद रहीं.