मुज़फ्फरनगर: मुजफ्फरनगर में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित बाल कल्याण समिति ( चाइल्ड लाइन) ने एक नाबालिक किशोर की शादी रुकवा कर एक बड़ा सामाजिक कार्य किया है. दरअसल 16 वर्ष के एक किशोर की शादी 26 साल की युवती से कराई जा रही थी. बाल कल्याण समिति को सूचना मिली तो समिति अध्यक्ष किशोर के घर खुद पहुंच गई. 


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समिति की अध्यक्ष पूनम शर्मा द्वारा गाइडलाइन के बारे में बताए जाने के बाद भी परिवार शादी करने पर अड़ा रहा तो उन्होंने मामले की जानकारी थाना जानसठ कोतवाली को दी. जिसके बाद थाना जानसठ कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंच किशोर व उसके पिता को समिति कार्यालय लेकर गए. जहां बाल कल्याण समिति ने किशोर के पिता से लिखित में प्रार्थना पत्र लिया कि जब तक उसका बेटा बालिग नहीं हो जाता तब तक वह उसकी शादी नहीं करेगा. 


दरअसल मामला थाना जानसठ कोतवाली क्षेत्र के गांव भलेडी का है. गांव निवासी मुन्फैत अपने 16 वर्षीय पुत्र सादिक की शादी थाना काकरोली क्षेत्र के गांव सिकंदरपुर में एक 26 वर्ष की एक युवती से तय कर दी. जिसमें शादी की रस्मों के लिए 3 जुलाई तय की गई थी. दोनों घरों में शादी की तैयारियां चल रही थी. वहीं इसकी जानकारी किसी ने बाल कल्याण समिति को दे दी.


जिसके बाद बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष पूनम शर्मा ने किशोर के किशोर के पिता को समझाया कि वह अपने नाबालिग बेटे की शादी ना करें. मगर वह नहीं मान रहा था. इसके बाद बाल कल्याण समिति की अध्यक्षता पूनम शर्मा ने पुलिस का सहारा लिया. जानकारी के अनुसार युवक शादी की मां भी उसकी शादी से खुश नहीं थी. मगर उसका पिता हर हाल में शादी करनी चाह रहा था.


फिलहाल बाल कल्याण समिति ने पुलिस की मदद से आरोपी को हिरासत में लेकर न्यायालय में पेश किया. जहां आरोपी ने न्यायालय में लिखित में प्रार्थना पत्र दिया कि वह भविष्य में अपने बेटे की जब तक शादी नहीं करेगा जब तक वह बालिग नहीं हो जाता. 


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