लखनऊ:  भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन 25 दिसंबर को आता है. नरेंद्र मोदी के प्रशासन ने 2014 में घोषणा की, कि वाजपेयी के जन्मदिन को सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाएगा. तब से आज तक 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है. ऐसे में उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार यानी 25 दिसंबर को लोक भवन प्रांगण में पूर्व प्रधानमंत्री 'भारत रत्न' श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. साथ ही उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. मुख्यमंत्री ने श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृतियों को भी याद किया,और कहा कि पिछले साढ़े नौ वर्षों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने विकास, सुरक्षा और सुशासन के जो नये प्रतिमान स्थापित किये हैं, उसकी आधारशिला श्रद्धेय अटल जी ने अपने शासनकाल में ही रख दी थी. 


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अटल जी के आदर्शों पर सरकार
यह वर्ष श्रद्धेय अटल जी की जन्मशताब्दी वर्ष की शुरुआत भी है. 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में उनका जन्म हुआ था, लेकिन उन्होंने कर्म भूमि के रूप में उत्तर प्रदेश को चुनने के साथ ही यहां पर शिक्षा भी ग्रहण की थी. आगरा के बटेश्वर को उनकी पैतृक भूमि के रूप में जाना जाता है. अटल जी ने समाज और राष्ट्र को एक नई दिशा दी है. ऐसे में सरकार उनके आदर्शों को अपनाकर काम करेगी. 


होंगे अलग-अलग कार्यक्रम
सरकार साहित्यिक क्षेत्र में अटल जी की स्मृतियों को भी जीवंत बनाये रखने के लिए ग्राम्य पंचायत से लेकर प्रदेश स्तर तक अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित करेगी. इसके अलावा बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूल से लेकर विवि और अन्य एकेडमिक संस्थानों में उनकी साहित्यिक रुचि, पत्रकारिता के क्षेत्र में उनके योगदान के बारे में बताया जायेगा. कार्यक्रम में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, मेयर सुषमा खर्कवाल शामिल थे.