Lucknow News: योगी सरकार एक दिन में लगाएगी 35 करोड़ पौधे, 2024 में पौधरोपण का नया प्लान तैयार
Plantation: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2024 का नया प्लान तैयार कर लिया है.बताया जा रहा है, कि उत्तर प्रदेश की जनसंख्या के बराबर पौधे लगाए जाएंगे. यह बड़ा अभियान है,मुख्यमंत्री ने कहा कि, पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ` के संदेश से जन-जन को जोड़ने की आवश्यकता है.
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2024 के लिए नया प्लान तैयार किया है. योगी सरकार ने मंगलवार को उच्च स्तरीय बैठक की. इसमें बड़े स्तर पर पौधारोपण अभियान-2024 की तैयारियों की समीक्षा करने के साथ ही अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले जुलाई 2024 के पहले सप्ताह में एक बार फिर बड़े स्तर पर पौधारोपण का अभियान आयोजित किया जाएगा. हमारा लक्ष्य है कि आने वाले सत्र में 35 करोड़ पौधे लगाए जाएं. साथ ही कहा कि एक दिन ऐसा तय करें, जब एक दिन में उत्तर प्रदेश की कुल जनसंख्या के बराबर पौधे लगाए जाएंगे.
पौधे रोपने का कार्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने साढ़े छह वर्ष में 168.14 करोड़ से अधिक पौधे रोपने का कार्य किया है. स्टेट ऑफ फारेस्ट रिपोर्ट 2015 और 2021 क अनुसार प्रदेश के वनाच्छादन में 1,02,999 एकड़ की वृद्धि हुई है और वृक्षाच्छादन में 93,119 एकड़ की वृद्धि हुई है. इस प्रकार, समवेत प्रयासों से कुल हरित क्षेत्र में 1,96,118 एकड़ की बढ़ोतरी हुई है. यह कार्य वृहद जनसहयोग से ही संभव हो सका है.
जागरूकता अभियान
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरी कचरे का एक बड़ा भाग हानिकारक प्लास्टिक का है. इसका उपयोग न करने के लिए जन-जागरूकता बढ़ाने के प्रयास किये जाएं. स्कूल-कॉलेजों में जागरूकता अभियान चलाएं.नदियों को पुनर्जीवन देने के हमारे प्रयासों के अच्छे परिणाम मिले हैं. गाजियाबाद की हिंडन नदी के लिए हमें विशेष प्रयास करना होगा. मृत प्राय नदियों के लिए कार्ययोजना तैयार करें. नदियों के कैचमेंट एरिया में पौधरोपण करें.
कृषकों की आय में वृद्धि
मुख्यमंत्री ने बताया कि कार्बन फाइनेंस के माध्यम से कृषकों की आय में वृद्धि हुई है. अब तक 25,140 किसान इससे लाभान्वित हुए हैं. 6 डॉलर प्रति कार्बन केड्रिट प्रत्येक 5वें वर्ष के अनुसार वर्ष 2024-2026 के मध्य कृषकों को लगभग 202 करोड़ की राशि प्राप्त होगी. इससे ज्यादा से ज्यादा किसानों को जोड़ा जाए. पिछले सालों में बनाए गए 'खाद्य वन, बाल वन, नगर वन, अमृत वन, युवा वन और शक्ति वन' जैसे नियोजित पौधरोपण के प्रयास इस वर्ष भी किए जाने चाहिए.