गोरखपुर: चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव को योगी सरकार यादगार बनाने की तैयारी में है. इस दिन प्रदेश में वंदेमातरम् गायन का विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी की जा रही है. कार्यक्रम को लेकर सीएम योगी बुधवार को ही गोरखपुर पहुंच चुके हैं. उन्होंने सुबह-सुबह ट्वीट किया और कहा भारत जमीन का टुकड़ा नहीं, जीता जागता राष्ट्रपुरुष है. हम जिएंगे तो इसके लिए मरेंगे तो इसके लिए. 


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चौरी-चौरा कांड से गोरखनाथ पीठ का भी रहा है गहरा नाता, जानिए इसके पीछे की कहानी


सीएम योगी ने कहा कि भारत जमीन का टुकड़ा नहीं, जीता जागता राष्ट्रपुरुष है. इसका कंकर-कंकर शंकर है, इसका बिन्दु-बिन्दु गंगाजल है. हम जिएंगे तो इसके लिए मरेंगे तो इसके लिए. -श्रद्धेय अटल जी 'राष्ट्र आराधना' का यह भाव जागृत करने की साधना है 'चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव'. आइए, हम सभी सहभागी बनें.



इस दिन प्रदेश में वंदेमातरम् गायन का विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी की जा रही है. 4 फरवरी को आयोजित होने वाले शताब्दी महोत्सव के आयोजन पर सभी जिलों में गायन की व्यवस्था की गई है. समारोह के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता को संबोधित भी करेंगे. 


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क्या है चौरी चौरा कांड?
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के पास चौरीचौरा नाम का एक कस्बा है. जहां 4 फरवरी 1922 को भारतीयों ने ब्रिटिश सरकार की एक पुलिस स्टेशन में आग लगा दी थी, जिससे वहां छुपे 22 पुलिस कर्मचारियों की मौत हो गई थी. इस घटना को चौरीचौरा कांड के नाम से जाना जाता है. भारतीय स्वतत्रंता आंदोलन पर इसका बड़ा असर पड़ा था. 



अगले साल 4 जनवरी तक होंगे आयोजन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चौरी-चौरा शताब्दी समारोह ने 4 फरवरी 2021 से अगले साल चार फरवरी तक चौरी-चौरा शताब्दी समारोह और आजादी की 75वीं सालगिरह के आयोजन की एक कार्ययोजना बनाए जाने के निर्देश दिए थे. साथ ही चौरी-चौरा शताब्दी समारोह के अवसर पर 4 फरवरी को चौरी-चौरा में कार्यक्रम के साथ ही सभी जिलों में शहीद स्मारक स्थलों पर चौरी-चौरा की घटना को केंद्र में रखकर कार्यक्रम आयोजित किये जाने के भी आदेश दिए थे.


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