उपचुनाव की हार पर सीएम योगी का छलका दर्द, `दलितों, पिछड़ों के लिए काम का नहीं मिला श्रेय`
सीएम ने कहा, `यूपी में पिछली सरकार सिर्फ जातिवाद और परिवारवाद को बढ़ावा देतीं थीं, लेकिन मौजूदा सरकार का मकसद सिर्फ विकास करना है`.
नई दिल्ली/भदोही: कैराना और नूरपुर उपचुनावों में मिली हार का दर्द रविवार को सीएम योगी आदित्यनाथ के बयानों में भी देखने को मिला. सौ करोड़ की 106 योजनाओं का लोकार्पण करने भदोही पहुंचें. इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'जब उनकी सरकार सबका साथ सबका विकास के नारे पर काम कर रही है. बिना किसी भेदभाव के सबके लिए काम कर रही है तो फिर उसका श्रेय उनकी पार्टी को क्यों नहीं मिल पा रहा? बीजेपी को इसका श्रेय मिलना चाहिए'.
106 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास
सीएम योगी ने भदोही में रविवार (03 जून) को 100 करोड़ रुपये की 106 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया. सीएम योगी ने भरोसा दिया कि भदोही की कालीनों को एक्सपोर्ट करने के लिए बेहतर माहौल बनाया जाएगा. सीएम ने ये भी कहा, 'वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रॉडक्ट के तहत भदोही की कालीन का चयन किया गया है. लिहाजा कालीन बनाने के कामकाज से जुड़े लोगों को आर्थिक मदद करने में भी सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी.'
इसके साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर भी जमकर निशाना साधा. सीएम ने कहा, 'यूपी में पिछली सरकार सिर्फ जातिवाद और परिवारवाद को बढ़ावा देतीं थीं, लेकिन मौजूदा सरकार का मकसद सिर्फ विकास करना है'.
हार के बाद समीक्षा की पहल शुरू
कैराना और नूरपुर में भी मिली हार के बाद बीजेपी ने सबक और समीक्षा की पहल शुरू कर दी है.. इसके लिए पार्टी ने संगठन और सरकार के एक साथ मिलकर जमीनी हकीकत जानने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कार्यकर्ताओं के मन की बात जानने और 2019 की तैयारियों के लिए इस अभियान में शामिल हो रहे हैं. अवध क्षेत्र की बैठक शनिवार (2 जून) को हरदोई में थी. इस तरह काशी क्षेत्र की बैठक को रविवार (3 जून) को में हुई. इसी तरह बुलन्देलखंड क्षेत्र की बैठक कानपुर में रखी थी. लेकिन, बीजेपी इसे हार की समीक्षा मानने से इनकार कर रही है. वहीं विपक्ष सीएम योगी को कार्यकर्ताओं के साथ चुनावी कवायद की जगह जनता से जुड़ने की सलाह दे रहा है.