राहुल गांधी की सुरक्षा में तैनात एसपीजी कर्मियों से बहस के बाद कांस्टेबल को हटाया
अमेठी के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वीआईपी की सुरक्षा में सादी वर्दी में तैनात एसपीजी कर्मियों को पुलिस कांस्टेबल द्वारा गलत फहमी में रोके जाने के कारण ऐसा हुआ.
नई दिल्ली/अमेठी: उत्तर प्रदेश के अमेठी के मुसाफिरखाना में एक अतिथि गृह में वीआईपी सुरक्षा में तैनात उत्तर प्रदेश पुलिस के एक कांस्टेबल को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सुरक्षा में तैनात एसपीजी कर्मियों से बहस करने के बाद वहां से हटा दिया गया है. राहुल गांधी दो दिनों के अमेठी दौरे पर हैं और रात में उनका इसी अतिथि गृह में रूकने का कार्यक्रम था.
अमेठी के पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि वीआईपी की सुरक्षा में सादी वर्दी में तैनात एसपीजी कर्मियों को पुलिस कांस्टेबल द्वारा गलत फहमी में रोके जाने के कारण ऐसा हुआ.
एसपी ने बताया कि एसपीजी जवानों के कांस्टेबल के नशे में होने के आरोपों के बाद कांस्टेबल को चिकित्सकीय परीक्षण के लिए मुसाफिरखाना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भेजा गया. जांच में सामने आया कि कांस्टेबल नशे में नहीं था. एसपी ने कहा कि उसकी जगह दूसरे कांस्टेबल को तैनात किया गया है.
आपको बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सोमवार (24 सितंबर) की सुबह लखनऊ के अमौसी हवाई अड्डे पहुंचे, जहां से सड़क मार्ग से अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी पहुंचे. अमेठी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. पूरे जिले में कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने 'शिव भक्त राहुल गांधी’ का स्वागत है, जैसे अनेक होर्डिंग लगाए हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में महागठबंधन की संभावनाओं के बीच राहुल गांधी के इस अमेठी दौरे का महत्व काफी बढ़ गया है.
अमेठी में 'शिवभक्त के रूप में गांधी का स्वागत' करने की तैयारी पहले से ही थी, लेकिन स्थानीय कांग्रेस पदाधिकारी इससे लगातार इनकार करते रहे. गांधी के स्वागत का सोमवार जो नजारा दिखा, वह पहले कभी नजर नहीं आया था. इसने एक अलग तरह का संदेश भी दिया. अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान वह जिला सतर्कता एवं निगरानी समिति की बैठक में हिस्सा लेंगे. इसके अलावा वह पार्टी नेताओं तथा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक भी करेंगे.