आगरा: आगरा में क्वारंटीन किए गए लोगों के साथ रविवार को जिला प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई. आगरा-मथुरा रोड पर क्वारंटीन किए गए अमानवीय व्यवहार की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. क्वारंटीन सेंटर में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां ही उड़ रही हैं. 


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क्वारंटीन सेंटर में लोग पिंजरे में कैद दिखाई दे रहे हैं. पीड़ित खाने और पीने के समान पर टूटते नजर आ रहे हैं. क्वारंटाइन सेंटर में अव्यवस्थाओं को लेकर जिलाधिकारी सख्त हो गए हैं. डीएम ने खुद मौके का मुआवना किया और दोषी कर्मचारियों/अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. जिलाधिकारी ने सीडीओ को जांच सौंपी है. सीडीओ की जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी. 


आगरा में अभी तक 372 केस सामने आए
आगरा में कोरोना वायरस के संक्रमण के अब तक 372 केस सामने आ चुके हैं. प्रदेश में सबसे ज्यादा केस इसी जिले में हैं. जिस तरह से क्वारंटीन सेंटर में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ रही हैं, उससे प्रशासन पर कई सवाल खड़े हो गए हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को जिले में शेल्टर होम की संख्या बढ़ाने और पर्याप्त सुविधाएं देने के आदेश अधिकारियों को दिए हैं लेकिन जमीनी स्तर पर उसका पालन नहीं हो रहा है.


यूपी में कोरोना के 1873 मरीज
उत्तरप्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने रविवार शाम कोरोना वायरस के संक्रमण के केस की जानकारी मीडिया से साझा की. जानकारी के मुताबिक, प्रदेश में 19 से हजार से ज्यादा लोगों में कोरोना जैसे लक्षण हैं. उत्तरप्रदेश के 58 जनपदों में कोरोना पांव पसार चुका है. 58 जनपदों में से 10 जनपदों में अब एक भी केस नहीं है. प्रदेश के 58 जनपदों में अब तक कुल 1873 लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है. इनमें 1052 लोग एक विशेष समुदाय से संबंधित हैं.