लखनऊ: प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले (Scholarship Scheme) में इंटरनेशल दिव्यांग क्रिकेटर विक्रम नाग (Vikram Nag) को गिरफ्तार किया है. ईडी ने आरोपी विक्रम को लखनऊ की विशेष अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें सात दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. ईडी की जांच में विक्रम का कनेक्शन हाइजिया ग्रुप से जुड़ता पाया गया है. इस मामले में शामिल विक्रम नाग के कुछ अन्य करीबियों की भी तलाश की जा रही है. फिलहाल, ईडी की टीम विक्रम नाग से पूछताछ कर रही है. 


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उत्तर प्रदेश दिव्यांग क्रिकेट टीम के रहे कप्तान
लखीमपुर निवासी विक्रम नाग को 2020 में यूपी महोत्सव का युद्ध आइकॉन बनाया गया था. विक्रम नाग उत्तर प्रदेश दिव्यांग क्रिकेट टीम के कैप्टन रहे हैं. साथ ही महिला दिव्यांग क्रिकेट टीम के कोच भी रहे हैं. ईडी के जांच में सामने आया कि विक्रम नाग हाइजिया ग्रुप के एजेंट के रूप में काम करता है. आरोप है कि विक्रम ने करीब 500 से ज्यादा दिव्यांग छात्रों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का झांसा देकर उनके शैक्षणिक दस्तावेज और निवास प्रमाण पत्र हासिल किए. इसके बाद हाइजिया ग्रुप की मदद से दिव्यांग छात्रों के नाम पर छात्रवृत्ति हड़प ली.


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जानकारी के मुताबिक ईडी ने फरवरी महीने में राजधानी लखनऊ समेत कई जिलों के 20 शैक्षणिक संस्थानों कि खिलाफ कार्रवाई की थी. छापेमारी के दौरान इन संस्थनों में करीब 200 करोड़ रुपये का छात्रवृत्ति घोटाला सामने आया था. ईडी ने घोटाले में हाइजिया समूह के संचालक इजहार हुसैन जाफरी उर्फ हनी जाफरी, अली अब्बास जाफरी के अलावा हाइजिया के कर्मचारी रवि प्रकाश गुप्ता को गिरफ्तार किया था. इस मामले में बैंक अधिकारियों की मिली-भगत होने की बात सामने आ रही है.


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