विशाल सिंह/लखनऊ: जीवा हत्याकांड के मास्टरमाइंड माफिया बदन सिंह बद्दो के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी गई है. पुलिस ने उसके खिलाफ पुख्ता साक्ष्य जुटाए हैं.  केस की विवेचना अभी भी जारी रहेगी. इससे पहले शूटर विजय यादव के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हुई थी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कोर्ट में पेशी के लिए आया था संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा 


पश्चिम यूपी का कुख्यात गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा लखनऊ जेल में बंद था. सात जून 2023 को उसे एससी-एसटी कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था. इसी दौरान कोर्ट के भीतर ही शूटर ने जीवा पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं. संजीव जीवा को पहले से ही अपनी हत्या की आशंका थी, लिहाजा वह हर पेशी पर बुलेट प्रूफ जैकेट पहनता था, लेकिन उस दिन उसने बुलेट प्रूफ जैकेट नहीं पहने थी. जौनपुर निवासी शूटर विजय यादव को वकीलों और पुलिसकर्मियों ने मौके से ही दबोच लिया. इस हत्याकांड की एफआईआऱ वजीरगंज थाने में दर्ज की गई थी.


कोर्ट के आदेश पर एसआईटी के पर्यवेक्षण में केस की विवेचना शुरू हुई थी. पहली चार्जशीट शूटर विजय यादव के खिलाफ दाखिल हुई थी. तब एसआईटी ने खुलासा किया था कि हत्याकांड का साजिशकर्ता माफिया बदन सिंह बद्दो है. इसी आधार पर उसे आरोपी बनाया गया है.  पुलिस उसके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई कर चुकी है. अब उसके खिलाफ चार्टशीट दाखिल की गई है.


फरार चल रहा है बदन सिंह बद्दो
बदन सिंह बद्दो पर पांच लाख रुपये का इनाम घोषित है. वह वर्ष 2019 से फरार चल रहा है. विवेचना के दौरान पुलिस को जीवा के वकील के पास से एक लेटर मिला था. ये पत्र जीवा ने वारदात के कुछ महीने पहले ही जज को लिखा था. जिसमें उसने बदन सिंह बद्दो से अपनी जान को खतरा बताया था. पुलिस ने मामले में जज को लिखे गए पत्र के अलावा कई और ठोस सुबूत व गवाह जुटाए. सूत्रों के मुताबिक शूटर विजय यादव को पहले बद्दो का फोटो दिखाया गया. इस पर उसने उसकी पहचान की थी.


क्या आज सीबीआई के सामने पेश होंगे अखिलेश यादव? अवैध खनन मामले में गवाह के तौर पर दिल्ली तलब