Meerut News: मेरठ में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या की खबर से लोगों की रूह कांप उठी.  घर के अंदर पति-पत्नी के शव चादर में लिपटे मिले. जबकि उनकी तीन बेटियों को मारकर उन्हें बोरी में भरा गया, फिर बेड के बॉक्स में छिपा दिया गया. जिन परिस्थितियों में शव मिले हैं, उन्हें देखकर ऐसा लग रहा है कि हत्यारे इन शवों को कहीं और ले जाकर ठिकाने लगाना चाहते थे. पीड़ित परिवार के रिश्तेदारों ने बताया कि ये मोईन का तीसरा, जबकि असमा की दूसरा निकाह था. पुलिस हत्याकांड में करीबी का हाथ मान रही है. इसके अलावा लूट करने वाले बदमाश या मजदूरों में भी कातिल छिपे हो सकते हैं.  


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हिरासत में कुछ लोग
पुलिस ने मृतक महिला के परिजनों की तहरीर के आधार पर  मुकदमा दर्ज किया है. मेरठ पुलिस ने तीन नामजद और कुछ अज्ञात लोगों को हिरासत में लिया है.प्रथम दृष्टि पैसों के लेनदेन को लेकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है. मेरठ पुलिस हिरासत में लिए गए आरोपियों से पूछताछ मे जुटी है.


 


लखनऊ तक पहुंची हत्याकांड की गूंज
आशंका है कि पारिवारिक रंजिश में हत्या की गई है. बताया जा रहा है कि परिवार एक दिन से गायब था.प्राथमिक जांच के अनुसार इन सभी लोगों की हत्या गला रेत कर गई है. इस घटना के बाद पुलिस जांच में जुट गई है.  परिवार के पांच परिजनों की नृशंस हत्या की गूंज लखनऊ तक पहुंच गई है.  एडीजी जोन, कमिश्नर, डीआईजी, डीएम और एसएसपी ने मौके पर पहुंचकर हत्या के कारण जानने के लिए क्राइम सीन रीक्रिएट कर कई बिंदुओं पर गहनता से मंथन किया गया. पुलिस ने लिसाड़ी गेट के बदमाशों की भी कुंडली खंगालनी शुरू कर दी है.  मोईन समेत कई मोबाइल की सीडीआर निकाली जा रही है.


आसमा के भाई ने कहा
वहीं देर रात आसमा का भाई हापुड़ से मेरठ पहुंचा.  उसने बताया कि दस साल पहले उसने बहन की शादी यहां की थी.  बहनोई मोइन ने अपने एक भाई को साढ़े चार लाख रुपये दे रखे थे.  मगर किसी तरह का कोई विवाद हो, ऐसा उसे नहीं पता. 


कैसा था मंजर
70 गज के मकान के भीतर का अंदर का हाल देखकर लोगों की रूह कांप उठी.  कमरे में आसमा और उनकी तीन बेटियां अफ्सा, अजीजा और अदीबा के शव बेड में मिले.  मोईनुद्दीन का शव गठरी में बंधा हुआ था. मोईन के हाथ भी बंधे थे. जमीन पर कपड़े और सामान बिखरा था.  कमरे में चारों तरफ खून फैला हुआ था. कई रिश्तेदार उनको कॉल कर रहे थे और बात नहीं हो पा रही थी तो मोईन के भाई वहां पहुंचे. मोईन के दो भाई तसलीम और मोमिन सुहेल गार्डन के बराबर वाली कॉलोनी में रहते हैं।. एक भाई ने छत के बगल में लगे रोशनदान से मकान के अंदर का नजारा देखकर शोर मचाया तो दूसरा भाई ताला तोड़कर लोगों के साथ कमरे में पहुंचा.


तीनों बच्चियों की लाश बेड बॉक्स के अंदर
मृतकों की पहचान मोईन, असमा, अफशा (8), अजीजा (4) और अदीबा (1) के रूप में हुई है. मृतक मोईन मिस्त्री का काम करता था. पुलिस को तीनों बच्चियों की लाश बेड बॉक्स के अंदर मिली है. सबसे छोटी बच्ची का शव तो बोरी में मिला है, जिसे बेड बॉक्स में ही रखा गया था. बताया जा रहा है कि परिवार बुधवार शाम से लापता था. किसी ने इन्हें नहीं देखा और गुरुवार को उनकी लाशें उन्हीं के घर में मिलीं. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक की टीम ने सबूत इकट्ठे कर लिए हैं. मोईन के सभी भाई राज मिस्त्री का काम करते हैं.  मोईन मवाना और रुड़की में भी रहे थे.  डेढ़ महीने पहले ही परिवार यहां आया था. लोग बता रहे हैं कि ये लोग बहुत सीधे-सादे थे.  परिवार का किसी से विवाद भी नहीं दिया था.
 
मोईन की तीसरी पत्नी थी आसमा
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मोईन की तीन शादी हुई थीं.  करीब 15 साल पहले उसने पहली शादी जफरा नाम की लड़की से की. एक बेटी इलमा को जन्म देने के बाद जफरा की मौत हो गई. वह बीमार रहती थी.  फिलहाल बेटी अपनी बुआ के साथ किठौर में रहती है. मोईन की दूसरी शादी 11 साल पहले नारा से हुई, झगड़ों के बाद उसका तलाक हो गया.  फिर मोईन ने आसमा से तीसरी शादी की. बता दें कि आसमा पहले से शादीशुदा थी.  उसकी पहली शादी शाहजहां कॉलोनी निवासी दीन मोहम्मद से हुई थी.  मोईन और आसमा के तीन बेटियां हुईं.


कुंद हथियार से की गई हत्या
पुलिस को ऐसी आशंका है कि घटना किसी जान पहचान वाले ने की है. शक की सुई मृतक मोईन के परिचितों की ओर घूम रही है. ऐसा लग रहा था कि उनके सिर पर किसी कुंद वस्तु से वार किया गया था. असल में, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कारण का पता चलेगा. 


मेरठ में एक ही परिवार के पांच लोगों की मिली लाशें, पत्थर काटने की मशीन से काटा गया गला