Naxal Conspiracy Case: एनआईए ने बलिया में छापेमारी की बड़ी कार्रवाई की है. एनआईए ने नक्सलियों के 11 ठिकानों पर शनिवार को छापा मारा. यहां से तमाम इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ ही नक्सली साहित्य बरामद किया गया है. छापेमारी में कई आपत्तिजनक दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं. बीते वर्ष यूपी एटीएस द्वारा बलिया में जो पांच नक्सलियों पकड़े गए थे उन पर दर्ज केस को टेकओवर करने के बाद एनआइए (anti India Naxal conspiracy case) ने यह कार्रवाई की है. छापों के दौरान मोबाइल फोन, सिम कार्ड और मेमोरी कार्ड भी बरामद हुए हैं. एनआईए ने 10 नवंबर 2023 को इस केस को टेकओवर कर लिया था.


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एनआइए ने केस किया था टेकओवर 
एनआइए ने इस केस को 10 नवंबर 2023 को टेकओवर किया. एनआइए की जांच में पाया गया कि बैन संगठन सीपीआई (माओवादी) कई उत्तरी राज्यों जैसे कि यूपी, उत्तराखंड, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा के साथ ही हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर सक्रिय होने की कोशिश कर रहे हैं. 


खतरनाक हथियार मिले थे
याद दिला दें कि बीते वर्ष 16 अगस्त को यूपी एटीएस ने पांच नक्सलियों को बलिया के बसंतपुर गांव से अरेस्ट किया था. सभी एक झोपड़ी में संगठन की खूफिया मीटिंग किया करते थे. उनके कब्जे से नक्सल साहित्य के साथ ही पर्चे, हस्तलिखित संदेश व एक लैपटॉप, नौ मोबाइल फोन समेत कई और चीजें बरामद की गई थीं. ये सभी हार्डकोर नक्सली थे जिनमें तारा देवी उर्फ मंजू उर्फ मनीषा नाम की युवती भी शामिल थी, नक्सल ट्रेंनिग जो जंगलों में लेने के बाद कई बड़ी नक्सली वारदातों में शामिल थी जो कि बिहार में किए गए. लल्लू राम उर्फ अरुन राम के अलावा सत्य प्रकाश वर्मा, राममूरत और विनोद साहनी को भी गिरफ्तार कर लिया गया था. बिहार के बड़े नक्सली कमांडरों से इन लोगों का संपर्क था. छापेमारी क्रम में बैन संगठनों के पर्चे भी कब्जे में लिए गए हैं. यूपी एटीएस ने पिछले साल अगस्त महीने में 5 लोगों को अरेस्ट किया गया था.