Dehradun Robbery Case: 20 करोड़ लूट का मास्टरमाइंड दबोचा गया, राष्ट्रपति के दौरे वाले दिन देहरादून में लूटा था ज्वेलरी शोरूम
Dehradun Robbery Case: उत्तराखंड के देहरादून में लूट करने वाले मास्टरमाइंड आरोपी प्रिंस कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है. लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद से वह लगातार फरार चल रहा था.
Dehradun Reliance Jewelers Robbery Case: बीते महीने देहरादून में रिलायंस ज्वेल्स में हुई लूट मामले का मास्टरमाइंड प्रिंस को बिहार के वैशाली जिला के बिदुपुर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया है. प्रिंस पर लाखों रुपये का इनाम घोषित था. पुलिस लगातार इसकी तलाश कर रही थी. दरअसल, उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में नौ नवंबर को हथियार से लैस बदमाशों ने रिलायंस ज्वेल्स शोरूम में करीब 20 करोड़ की डकैती को अंजाम दिया था. हाई सिक्यॉरिटी जोन में मौजूद शोरूम में हथियारों के साथ घुसे अपराधियों ने कुछ ही मिनटों में सबकुछ साफ कर दिया था. जांच में पता चला था कि घटना में शामिल आरोपियों का कनेक्शन वैशाली से था. जिसके बाद पुलिस ने तलाश तेज कर सभी आरोपियों को बारी-बारी से गिरफ्तार कर लिया.
क्या है पूरा मामला?
मामला धनतेरस से ठीक एक दिन पहले यानी 9 नवंबर 2023 का है. राजपुर रोड पर स्थित शोरूम के स्टोर मैनेजर सौरभ अग्रवाल ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि उन्होंने सुबह करीब 10:20 मिनट पर उन्होंने स्टोर खोला. 5 मिनट में ही 4 बदमाश अंदर आ गए, जबकि 4 पहले से वहां मौजूद थे. उन्होंने हर किसी को हथियार के दम पर सभी को बंधक बना लिया. इस दौरान कर्मचारियों के साथ मारपीट की और गहने निकालकर बैग में भरने को कहा. वहीं जाने से पहले उन्होंने ग्राहकों और स्टाफ के हाथ पीछे करके बांध दिए. इसके बाद सभी को किचन में बंद कर दिया. वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधियों ने धमकी देते हुए कि कोई भी आधे घंटे तक बाहर ना निकले. इसके बाद गहनों से भरे बैग लेकर वे फरार हो गए. वारदात को तब अंजाम दिया गया था जब शहर में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मौजूद थीं और सुरक्षा व्यवस्था बेहद पुख्ता होने का दावा किया गया था.
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए स्पेशल टीम का हुआ था गठन
पुलिस हेडक्वार्टर के पास हुई लूट की घटना सुनकर हर कोई दंग रहा गया. घटना की जानकारी होते ही पुलिस एक्टिव हो गई और सीसीटीवी के सहारे अपराधियों की तलाश में जुट गई. घटना का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था, जिसमें अपराधी सर्जिकल मास्क लगाए नजर आ रहे हैं. डरे हुए स्टाफ कर्मचारी बैग में गहने भरते दिख रहे हैं. पीछे कुछ ग्राहक जमीन पर बैठे हैं जिनके हाथ बंधे हुए हैं. इस मामले में एफआईआर दर्ज करते हुए अपराधियों को पकड़ने के लिए स्पेशल टीम का गठन किया गया था. प्रिंस इस घटना का मुख्य अभियुक्त था. बीते करीब डेढ़ महीने से पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई थी. सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली है.