हल्द्वानी हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़ी, बनभूलपुरा में 24 घंटे बाद ही बन गई पुलिस चौकी
Haldwani Violence: नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि आठ फरवरी को एक अवैध रूप से निर्मित मदरसे को ध्वस्त करने को लेकर हुई हिंसा में घायल हुई दो महिला पुलिसकर्मियों द्वारा पुलिस चौकी का उद्घाटन किया गया.
Haldwani Violence: हल्द्वानी हिंसा में घायल एक और व्यक्ति की मंगलवार को उपचार के दौरान अस्पताल में मौत हो गई. इसके साथ ही हल्द्वानी हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 6 हो गई. उत्तराखंड पुलिस ने यह जानकारी दी है. उधर, सीएम पुष्कर सिंह धामी के आदेश के 24 घंटे के भीतर ही प्रभावित क्षेत्र में एक पुलिस चौकी स्थापित कर दी गई.
पुलिस चौकी स्थापित
नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि आठ फरवरी को एक अवैध रूप से निर्मित मदरसे को ध्वस्त करने को लेकर हुई हिंसा में घायल हुई दो महिला पुलिसकर्मियों द्वारा पुलिस चौकी का उद्घाटन किया गया. उन्होंने बताया कि चौकी में एक हेड कांस्टेबल, चार कांस्टेबल और कुछ प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी) के जवान शामिल हैं. इससे इलाके में उपद्रवी तत्वों पर नजर रखी जा सके.
मोहम्मद इसरार का अस्पताल में चल रहा था इलाज
धामी ने सोमवार को कहा था कि हल्द्वानी के बनभूलपुरा में अतिक्रमण से मुक्त कराई गई जमीन पर एक पुलिस थाना बनेगा, जहां पिछले हफ्ते अधिकारियों द्वारा मदरसे को ढहाए जाने के बाद हिंसा भड़क गई थी. मीणा ने कहा कि हिंसा में गोली लगने से घायल हुए 50 वर्षीय मोहम्मद इसरार की सुशीला तिवारी अस्पताल में मौत हो गई, जहां उसका इलाज चल रहा था. मीणा ने कहा कि इसरार के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है. उन्होंने कहा कि एक और व्यक्ति की मौत से हिंसा में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर छह हो गई है.
घटना वाले दिन मिला था एक और शव
हिंसा के एक दिन बाद छह शव बरामद किए गए थे, लेकिन राज्य के शीर्ष अधिकारियों ने तब शहर में उस घटना में मरने वालों की संख्या पांच बताई थी. एसएसपी ने कहा था कि गोली के घाव वाला छठा शव हिंसा स्थल से दो या तीन किलोमीटर दूर पाया गया था और इसका घटना से कोई संबंध नहीं हो सकता है. पुलिस ने कहा कि छह और लोगों की गिरफ्तारी के बाद हिंसा के सिलसिले में पकड़े गए लोगों की कुल संख्या 36 हो गई है.