Uttarakhand News, देहरादून: जम्मू कश्मीर के डोडा जिले में शहीद हुए 48 गढ़वाल राइफल के कप्तान दीपक सिंह का पार्थिव शरीर आज उनके निवास स्थान देहरादून लाया गया.  जहां एयरपोर्ट पर राज्यपाल गुरमीत सिंह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर क्षेत्रीय विधायक के साथ ही कई जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहीद कैप्टन दीपक के पिता महेश से मिले और उन्हें सांत्वना दी. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी संवेदना भी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में सरकार शहीद परिवार के साथ खड़ी है


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शहीद के पिता
शहीद दीपक सिंह के पिता ने जी मीडिया को बताया कि कैप्टन दीपक सिंह बहुत होनहार थे, हॉकी के अच्छे खिलाड़ी थे व उनकी इच्छा थी की जम्मू कश्मीर में उन्हें पोस्टिंग दी जाए. इन्फेंट्री में काम करना चाहते थे और हमेशा अपने पास एक खुखरी रखते थे. पिता ने बताया कि उन्हें अपने बेटे के खोने पर दुख नहीं है गर्व है. आज शहीद कैप्टन दीपक का पार्थिव शरीर उनके घर लाया गया जहां क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों और लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. पूरे सैनिक सम्मान के साथ उत्तराखंड के लाल को श्रद्धांजलि दी गई. इस मौके पर दीपक की दोनों बहनों ने आंखे नम करते हुए अपने भाई पर गर्व होने की बात कही. 


हरिद्वार में अंतिम संस्कार
परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है भारी तादात में स्थानीय लोग और जनप्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. जब तक पार्थिव शरीर उनके घर पर रहा पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई साथ ही शहीद कैप्टन दीपक अमर रहे अमर रहे के नारे लगाए गए. भारतीय सेना जिंदाबाद के नारे लगे. मौके पर मौजूद सभी लोगों ने गमगीन आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी. स्थानीय लोगों ने सरकार से कप्तान दीपक सिंह स्मारक बनाने की मांग की. पूरे सैनिक सम्मान के साथ कैप्टन शहीद दीपक सिंह को अंतिम विदाई दी गई. हरिद्वार में उनका अंतिम संस्कार किया गया.


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