Navratri 2024: मनसा देवी से मां पूर्णागिरि मंदिर तक, उत्तराखंड के इन 10 प्रसिद्ध शक्तिपीठ में लगता है भक्तों का तांता

शैलजाकांत मिश्रा Mon, 30 Sep 2024-4:57 pm,
1/10

मनसा देवी मंदिर

मनसा देवी को भगवान शिव की मानस पुत्री कहा जाता है. इनका प्रादुर्भाव मस्तक से हुआ है इसलिए इनका नाम मनसा पड़ा. इन्हें नागराज वासुकी की बहन के रूप में भी पूजते हैं.

 

2/10

चंडी देवी मंदिर (हरिद्वार)

यह मां दुर्गा के प्रसिद्ध शक्तिपीठों में से एक है. देश के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में शामिल चंडी देवी मंदिर नील पर्वत के शिखर पर स्थित है. ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर की मूर्ति को महान संत आदि शंकराचार्य ने आठवीं शताब्दी में स्थापित किया था.

 

3/10

कसार देवी मंदिर (अल्मोड़ा)

अल्मोड़ा में कसार पर्वत पर स्थित कसार देवी मंदिर अद्वितीय और चुंबकीय शक्ति का केंद्र माना जाता है. कहा जाता है इस शक्तिपीठ में मां दुर्गा साक्षात प्रकट हुई थीं.

 

4/10

नैना देवी मंदिर (नैनीताल)

नैनीताल में नैनी झील के उत्तरी किनारे पर नैना देवी मंदिर स्थित है. यहां मां दुर्गा के सती के शक्ति रूप की पूजा की जाती है. मंदिर में दो नेत्र हैं जो नैना देवी को दर्शाते हैं.

 

5/10

नंदा देवी मंदिर (कुरुड़)

कुरुड़ में नंदा देवी का मंदिर गांव के शीर्ष पर देवसरि तोक पर स्थित है. कुरुड़ नंदा को राजराजेश्वरी के नाम से भी जाना जाता है.

 

6/10

दूनागिरि मंदिर (द्वाराहाट)

मां दूनागिरि मंदिर द्वाराहाट से लगभग 14 किलोमीटर की दूरी पर इस भव्य मंदिर में मां दूनागिरि वैष्णवी रूप में पूजी जाती हैं. 

 

7/10

अखिलतारिणी मन्दिर (लोहाघाट, चम्पावत)

मां अखिलतारणी मंदिर को उप शक्तिपीठ माना जाता है जो घने हरे देवदार वनों के बीच में स्थित है. मान्यता के मुताबिक यहां पांडवों ने घटोत्कच का सिर पाने के लिए मां भगवती से प्रार्थना की थी.

 

8/10

सुरकंडा देवी मंदिर (टिहरी)

सुरकंडा देवी मंदिर टिहरी क्षेत्र में सुरकुट पर्वत पर लगभग 2757 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यह प्रसिद्ध शक्तिपीठों में से एक है.

 

9/10

मां पूर्णागिरि मंदिर (चंपावत)

प्रसिद्ध सिद्धपीठों में से एक मां पूर्णागिरि मंदिर टनकपुर से लगभग 21 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. चैत्र की नवरात्रि के दौरान बड़ी संख्या में भक्त यहां दर्शन के लिए आते हैं.

 

10/10

नंदा देवी मंदिर (कुरुड़)

कुरुड़ में नंदा देवी का मंदिर गांव के शीर्ष पर देवसरि तोक पर स्थित है. कुरुड़ नंदा को राजराजेश्वरी के नाम से भी जाना जाता है.

 

ZEENEWS TRENDING STORIES

By continuing to use the site, you agree to the use of cookies. You can find out more by Tapping this link