Uttarakhand Mandir: उत्तराखंड सरकार ने चारधाम की तरह ही कुमाऊं क्षेत्र के प्रसिद्ध मंदिरों को नया रूप देने के लिए अपना खजाना खोला है. सरकार का यह निर्णय कुमाऊं क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए है. सरकार के इस निर्णय में पर्यटन के नजरिए से महत्वपूर्ण मंदिरों को सीएम धामी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत निखारने का काम किया जाएगा. 


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मानसखंड मंदिर माला मिशन
प्रदेश सरकार के यह फैसला चारधाम यात्रा की तरह ही कुमाऊं क्षेत्र में तीर्थ और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गया है. इस योजना का नाम मानसखंड मंदिर माला मिशन है. इस मिशन में शामिल किए गए 16 मंदिरों में से शुरू में 9 मंदिरों पर नवीकरण का काम होगा. प्रदेश सराकर के इस फैसले से साफ दिखाई दे रहा दै कि वह प्रदेश के विकास के लिए पर्यटन को बढ़ावा दे रहे हैं. 


प्रदेश की आर्थिकी में मंदिरों का अहम रोल
आपको बता दें कि प्रदेश की आर्थिकी में चारधाम यात्रा बहुत बड़ी भूमिका निभाती है. इस साल में अब तक 26 लाख से अधिक तीर्थयात्री चारधाम के दर्शन कर चुके हैं. केदारखंड की चारधाम यात्रा की तरह ही प्रदेश सरकार अब मानसखंड यानी कुमाऊं क्षेत्र के मंदिरों को भी तीर्थ व धार्मिक पर्यटन के हिसाब से विकसित करना चाहती है. इसा के लुए सरकार ने मानसखमज मंदिर माला मिशन को शुरू किया है. 


ये होंगे नए निर्माण कार्य
आपको बता दें कि मानसखंड मंदिर माला मिशन के तहत होने वाले निर्माण कार्यों में सभी मंदिरों के लिए पार्किंग, रोशनी की उच्त व्यवस्था, आस्था पथ का निर्माण, वहां पहुंचने वाले मार्गों का अच्छे से पक्का निर्माण करना शामिल हैं. 


इन 9 मंदिरों की होगी कायाकल्प
सरकार के फैसले के बाद शुरू में इन 9 मंदिरों में होगा निर्माण कार्य-


- अल्मोड़ा जिले में जागेश्वर धाम और नंदा देवी मंदिर
- नैनीताल जिले में नैना देवी और कैंची धाम
- चंपावत जिले में पाताल रुद्रेश्वर और मां बाराही देवी
- पिथौरागढ़ जिले में पाताल भुवनेश्वर और हाटकालिका मंदिर
- बागेश्वर जिले में बैजनाथ मंदिर 


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