Uttarakhand Rain Alert: पहाड़ से मैदान तक इन दिनों मॉनसून अपना कहर बरपा रहा है. उत्तराखंड की बात करें तो दो दिनों से बारिश आफत बनी हुई है. आलम ये है कि कई इलाकों से संपर्क टूट गया है. दर्जनों रास्ते बंद हैं. इस बीच मौसम विभाग ने पर्वतीय जिलों के साथ ही मैदानी इलाकों में हल्की बारिश होने की संभावना जताई है. हालांकि, उत्तराखंड में पिछले दो दिनों से बारिश हो रही है. अब मौसम विभाग ने नैनीताल, चंपावत और उधम सिंह नगर के कुछ हिस्सों में गरज चमक के साथ भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है. उधर, बारिश के चलते उत्तरकाशी, चमोली और बागेश्वर में आज भी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहेंगे.


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मौसम विज्ञान की मानें तो बंगाल की खाड़ी में बने डिप्रेशन सिस्टम से उत्तराखंड के मौसम में अचानक बदलाव आया है. जिसकी वजह से लगातार दो दिनों तक बारिश हुई. सितंबर का आखिरी सप्ताह उत्तराखंड में मॉनसून विदाई का समय है. ऐसे में इससे पहले कई दौर की तेज बारिश होने की संभावना है.


कैसा रहा देवभूमि का मौसम?
पिछले दो दिनों में उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते अधिकतम तापमान में गिरावट आई है. शुक्रवार को देहरादून का अधिकतम तापमान 24.8 डिग्री और न्यूनतम तापमान 21.7 डिग्री सेल्सियस रहा. वहीं, पंतनगर का अधिकतम तापमान 24.6 और न्यूनतम तापमान 24.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मुक्तेश्वर का अधिकतम तापमान 15.4 और न्यूनतम तापमान 13.2 डिग्री सेल्सियस रहा. इसके अलावा नई टिहरी का अधिकतम तापमान 16.8 और न्यूनतम तापमान 14.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.


केदारनाथ यात्रा में बाधा
खराब मौसम का असर केदारनाथ यात्रा पर देखने को मिला. शुक्रवार को खराब मौसम की वजह से केदारनाथ यात्रा बाधित रही. घने कोहरे की वजह से केदार घाटी में हेलीकॉप्टर भी उड़ान नहीं भर पाए. इस दौरान गौरीकुंड में रुके 7360 यात्री पैदल मार्ग से सोनप्रयाग लौट आए. हालात ऐसे हैं कि खराब मौसम की वजह से केदार घाटी में ठंड भी बढ़ने लगी है. वहीं, सोन प्रयाग बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ है. ज्यादातर यात्री अपने होटल या लॉज से बाहर ही नहीं निकले. उधर, खराब मौसम को देखते हुए यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस प्रशासन ने किसी भी यात्री और स्थानीय व्यक्ति को पैदल मार्ग से केदारनाथ जाने की परमिशन नहीं दी.


उत्तराखंड में 324 मार्ग बंद
रिपोर्ट्स की मानें तो बारिश और मलबे की वजह से उत्तराखंड में 324 मार्ग बंद है. सबसे ज्यादा 57 मार्ग पौड़ी जिले में बंद हैं. नैनीताल में 56, चमोली में 50, पिथौरागढ़ में 42, चंपावत में 39, अल्मोड़ा टिहरी और रुद्रप्रयाग में 17-17, देहरादून में 13 रास्ते बंद हैं. इसके अलावा बागेश्वर में 9, उत्तरकाशी में पांच और उधम सिंह नगर जिले में दो सड़कें बंद हैं.


कब थमेगा बारिश का तांडव?
मौसम विभाग की मानें तो अब बारिश का सिलसिला कम होने के साथ  उत्तराखंड के कुछ जिलों में थम जाएगा. डिप्रेशन सिस्टम का असर 14 सितंबर के बाद नहीं दिखेगा. भले ही देवभूमि में अब मौसम सुहाना होने के आसार दिख रहे हो, लेकिन सितंबर के आखिरी हफ्ते से पहले पर्वतीय जिलों के साथ ही कुछ मैदानी इलाकों में कई दौर की तेज बारिश हो सकती है.


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