Uttarkashi News\ Hemkant Nautiyal: उत्तरकाशी में जनपद के जखोल गांव में स्थित प्राचीन मंदिर क्षेत्र के 22 गांव के आराध्य सोमेश्वर देवता दो महीने बाद बाहर आने से जखोल गांव के सहित क्षेत्रों में उत्सव का माहौल बना हुआ है. क्षेत्र के 22 गांव के ग्रामीणों ने सोमेश्वर देवता का स्वागत किया और पूजा अर्चना की सोमेश्वर देवता 11 दिन तक जखोल गांव के मुख्य ठाकुर के घर पर निवास करेंगे जहां 11 दिन तक देवता का धार्मिक अनुष्ठान चलेगा और 11 दीपक जलाए जाएंगे उसके बाद देवता निकटवर्ती 22 गांवों के भ्रमण पर जाएंगे. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उत्तराखंड देवों की भूमि 
उत्तराखंड को देवभूमि कहते हैं यहां के कण कण में देवताओं का निवास है. सूर्य भगवान के उत्तरायण होने पर सोमेश्वर देवता की मूर्ति को जखोल गांव स्थित प्राचीन मंदिर से बाहर निकाला गया है इस दौरान देवता की विशेष पूजा-अर्चना करके ग्रामीणों ने सुख समृद्धि एवं अच्छी फसल की कामना भगवान सोमेश्वर देवता से की है इस अवसर पर ढोल बाजे आदि पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुन पर ग्रामीणों एवं महिलाओं के द्वारा पारंपरिक वेशभूषा में देवता की डोली के साथ रसों नृत्य किया गया है. 


ग्रामीणों का कहना है
हम अपनी पुरानी संस्कृति सभ्यता जो हमारे पूर्वजों ने हमें विरासत में दी है उसको बचाए रखने का कार्य हम सभी ग्रामीण लोग कर रहे है वहीं कड़ाके की ठंड के बावजूद ग्रामीणों में अपनी समृद्ध परंपराओं को लेकर खास उत्साह देखने को मिला है. जखोल गांव के ग्रामीणों ने बताया कि अगले 11 दिन तक सोमेश्वर देवता गांव में ही मुख्य ठाकुर के घर पर निवास करेंगे इस दौरान गांव में देवगति मेले का आयोजन किया जाएगा इसके बाद सोमेश्वर देवता की डोली क्षेत्र के 22 गांव जिसमें सटूड़ी, पाव तल्ला, उपला पाव, सिरगा, सौड़, सांकरी, सिदरी, कोटगांव आदि गांवों के भ्रमण पर निकलेगी इस दौरान गांवों में भी पारंपरिक मेलों का आयोजन किया जाएगा.