उत्तरकाशी/राम अनुज: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में टनल में फंसे 40 मजदूरों को सोमवार को 9 दिन बीत चुके हैं. सभी को सकुशल बाहर निकालने की जद्दोजहद जारी है. बता दें कि टनल में फंसे 40 मजदूरों की हालत देखने के लिए टनल में 6 इंच का पाइप डाला गया है. इस पाइप के जरिए मजदूरों तक खाने पीने से लेकर और मोबाइल और अन्य चीजें भेजी जाएगी. वहीं इस पाइप में एंडोस्कोपी कैमरा लगाया जाएगा इससे मजदूरों की लाइव तस्वीरें देखी जा सकेगी और उनसे बात भी हो सकेगी. 



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मजदूरों की मिलेगी लाइव तस्वीर 
उत्तरकाशी में हुए टनल हादसे में फंसे 40 मजदूरों का आज 9वां दिन है. बात दें कि मजदूरों तक खाने पीने से लेकर मोबाइल चार्जर तक पहुंचाने के लिए टनल में 6 इंच का पाइप डाला गया है. वहीं एनएचआईडीसीएल के डायरेक्टर अंशु मनीष खलखो ने इस मामले में अधिक जानकारी देते हुए बताया कि टनल में पाइप डालने के दौरान लगातार कंपन ही रही थी.


इस कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे वर्करों को घबराहट हो रही थी बावजूद इसके रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे वर्कर हिम्मत से काम कर रहे थे और टनल में पाइप डालने में सफल भी रहे. बता दें टनल में डाले गए 6 इंच के पाइप में एंडोस्कोपी कैमरा लगा है, इससे मजदूरों की लाइव तस्वीर मिलेंगी. इसके अलावा मजदूरों से आसानी से बातचीत हो सकेगी और उनको देखा जा सकेगा. 


टनल में भेजा रोबोट 
टनल में स्केप टनल बनाई जा रही है. मशीनों के चलने की वजह से टनल में काफी वाइब्रेशन हो रही है, जिसकी वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे मजदूर भी घबरा रहे हैं. टनल के ऊपर से ड्रिल करने की मशीन जल्द ही मौका पर पहुंचने वाली है. बता दें कि डीआरडीओ (DRDO) ने टनल के अंदर 20 किलो और 50 किलो का रोबोट भेजा है, जिसका इस्तेमाल टनल में सही सिचुएशन को देखने के लिए किया जाना है.


उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने उत्तरकाशी की सिल्क्यारा टनल में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के संबंधी पी.आई.एल में सुनवाई करते हुए राज्य सरकार से 48 घंटों में जवाब मांगा है. बता दें कि कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मनोज कुमार तिवारी और न्यायमूर्ति पंकज पुरोहित की खंडपीठ ने मामले की अगली सुनवाई 22 नवंबर के लिए तय की है. टनल मामले में न्यायाधीश ने मिनिस्ट्री ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट, लोक निर्माण विभाग सचिव, केंद्र सरकार और NHAI को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. 


Uttarkashi Tunnel: 9 दिनों बाद मिली बड़ी सफलता, मजदूरों तक पहुंची Life Support System