Nainital News: नैनीताल के विश्व प्रसिद्ध कैंची धाम में ड्रेस कोड लागू कर दिया गया है. मंदिर में अब अमर्यादित कपड़े पहनकर आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. मंदिर के अंदर अब फोटो और वीडियो बनाने पर भी पाबंदी लगा दी गई है. मंदिर समिति ने इसके लिए एक साइन बोर्ड लगाकार अपील की है कि मंदिर में केवल मर्यादित कपड़े पहनकर ही प्रवेश करें. अगर कोई भी अमर्यादित कपड़े पहनकर आता है तो उसे मंदिर के अंदर नहीं जाने दिया जाएगा, और कोई भी श्रद्धालु मंदिर के अंदर फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी करते हुए पाया जाता है तो उस पर कार्यवाही की जाएगी. इन सब बातों की जानकारी के लिए मंदिर के अंदर कई साइन बोर्ड लगाए गए हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये खबर भी पढ़ें- Sawan Swapna Shastra: सपने में चिकन/ अंडा खाने का अर्थ?, मिलेगी खुशखबरी या आएगा संकट


इस मंदिर ने लिया सबसे पहले फैसला
जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले भी उत्तराखंड के कई मंदिरों में ड्रेस कोड लागू किया गया है. पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी की ओर से हरिद्वार के दक्षेश्वर महादेव मंदिर और ऋषिकेश के नीलकंठ महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए ड्रेस कोड लागू किया गया था. कहा गया था कि हाफ पैंट, फटी जींस, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट पहनकर आने वालों को मंदिर में प्रवेश नहीं मिलेगा. मर्यादित कपड़े पहनकर आने वालों को ही मंदिर में प्रवेश कर दर्शन करने की अनुमति होगी. 


ये खबर भी पढ़ें- According Shrimad Bhagwat Geeta: पितरों को क्यों नहीं मिलती मुक्ति, श्रीमद्भगवतगीता के अनुसार क्या है इसका कारण


केदारनाथ में भी पाबंदी
केदारनाथ में भी कुछ सप्ताह पूर्व बदरी- केदार मंदिर समिति की ओर से फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी को प्रतिबंधित किया गया है. पिछले कुछ समय से युवा सोशल मीडिया पर लोकप्रियता के लिए केदारनाथ मंदिर परिसर में अजीबो-गरीब काम कर रहे थे. इन सब चीजों को देखते हुअ समिति ने फैसला किया कि कोई भी श्रद्धालु मंदिर परिसर के अंदर फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी नहीं कर सकता है. देश के कई अन्य बड़े मंदिरों में भी इस प्रकार के साइन बोर्ड देखने को मिले हैं. भगवान श्री कृष्ण की जन्मभूमि वृंदावन में भी वहां के मंदिर प्रशासन ने अमर्यादित कपड़ों पर प्रतिबंध लगा दिया था. 


Watch: 43 साल बाद सार्वजनिक हुआ मुरादाबाद दंगों का सच, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने सदन के पटल पर रखी रिपोर्ट