चारधाम मार्ग पर फिर भरभराकर गिरा पहाड़, भारी बारिश और चट्टानों के लगातार गिरने से यमुनोत्री धाम बंद, वाहन और यात्री फंसे
Chardham Yatra 2024: चारधाम यात्रा पर फिर संकट आ गया है. यमुनोत्री धाम मार्ग पर भारी भूस्खलन से नेशनल हाईवे बाधित हो गया है. रास्ते में सैकड़ों वाहन और तीर्थयात्री फंस गए हैं.
मोo मुजम्मिल/विकासनगर: यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर एक बार फिर भारी भूस्खलन हुआ है. यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग डाबरकोट के पास पहाड़ी से पत्थर और मलबा आने से रास्ता बंद हो गया है. मार्ग के दोनों तरफ वाहन और तीर्थयात्री फंस गए हैं. NH की टीम बडकोट मार्ग को खोलने में जुटे हैं, लेकिन जिले में हुई भारी बारिश के कारण डबरकोट में राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया है. एक बड़ा पहाड़ भी सोमवार को यहां भरभरा कर गिर पड़ा. इस बड़े लैंडस्लाइड से ये नेशनल हाइवे बंद हो चुका है. इसे खोलने की कोशिश PWD की टीम कर रही है.
यमुनोत्री धाम मार्ग पर रविवार को भी अचानक सड़क पर दो तरफ से लैंडस्लाइड हुआ था. इस वजह से मौके पर काम कर रहा पीडब्ल्यूडी विभाग का एक कर्मचारी दोनों ओर से गिरते पत्थरों के बीच में फंस गया था. सूचना पर तुरंत मौके पर एसडीआरएफ की टीम पहुंची. टीम ने इस कर्मचारी को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और घंटो की कड़ी मशक्कत के बाद राजेंद्र चौहान नाम के इस कर्मचारी को बचा लिया गया. फिलहाल कई जगह भूस्खलन होने की वजह से ये नेशनल हाईवे बंद हो चुका है. इसे खोलने का काम लगातार पीडब्ल्यूडी विभाग की टीम कर रही है.
इससे पहले, अगस्त के पहले हफ्ते में केदारनाथ और बद्रीनाथ में ऐसी आपदा आई थी. इसमें भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से केदारनाथ और बद्रीनाथ मार्ग पर हजारों तीर्थयात्री फंस गए थे. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अन्य बचाव दल के साथ करीब दस हजार लोगों को वहां से दो हफ्ते चले रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर बाहर निकाला गया. इस आपदा में एक दर्जन लोगों की जान चली गई थी.
उत्तराखंड सरकार ने दो दिन पहले ही चारधाम यात्रा के लिए सड़क मार्ग को पूरी तरह से आवाजाही के लिए खोला था. लेकिन चमोली, पिथौरागढ़ से लेकर तमाम जिलों में भारी बारिश और भूस्खलन से फिर से ये रास्ते अवरुद्ध होने लगे हैं.
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