Farmers Tractor March​: संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में चल रहे किसान आंदोलन का सोमवार (26 फरवरी) को 14वां दिन है. संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) एमएसपी पर कानूनी गारंटी समेत कई मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. भारतीय किसान यूनियन उनका समर्थन कर रही है. भारतीय किसान यूनियन (BKU) और अन्य किसान संगठन सोमवार को ट्रैक्टरों के सहारे एक बार फिर अपनी ताकत दिखाएंगे.


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लखनऊ- ट्रैक्टर श्रृंखला बनाकर प्रदर्शन करेंगे किसान
राष्ट्रीय नेतृत्व और संयुक्त किसान मोर्चा के आवाहन पर लखनऊ मे आज प्रदर्शन किया जाएगा. लखनऊ की 4 जगहों पर किसान शांतिपूर्ण प्रदर्शन करेंगे.  सरोजनीनगर,गोसाईगंज,भिटॉली क्रासिंग सीतापुर रोड और चिनहट के देवा रोड पर प्रदर्शन होगा. 4 किसान नेताओं के नेतृत्व मे किसान ट्रैक्टर श्रृंखला बनाकर रोष प्रदर्शन करेंगे. चिनहट मे जिला अध्यक्ष अलोक वर्मा के नेतृत्व मे लखनऊ किसान मोर्चा की टीम प्रदर्शन करेगी.


बागपत-हरिद्वार से लेकर दिल्ली तक ट्रैक्टर श्रृंखला बनाकर अपना विरोध 
भारतीय किसान यूनियन अध्यक्ष नरेश टिकैत रविवार को बागपत पहुंचे, जहां उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान हिंसा को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि आगामी 26 और 27 तारीख को किसान यूनियन हरिद्वार से लेकर दिल्ली तक ट्रैक्टर श्रृंखला बनाकर अपना विरोध दर्ज कराएगी.उन्होंने कहा कि आंदोलन में हिंसा ठीक बात नहीं है. आंदोलन में बंदूक ,बरछी,भाले और जेसीबी से सरकार से मुकाबला नहीं किया जा सकता. नरेश टिकैत ने कहा कि शांति प्रिय आंदोलन के दौरान सरकार को ही किसानों से बातचीत कर हल निकालना चाहिए. बीकेयू अध्यक्ष नरेश टिकैत रमाला क्षेत्र में एक मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में पहुंचे थे.


वहीं पर उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों से बात कर समस्या का समाधान निकालना चाहिए. साथ ही जब उनसे पूछा गया कि अबकी बार किसान बंदूक, बरसी, भाले और जेसीबी लेकर आए हैं तो उन्होंने कहा कि वह इस सोच का समर्थन नहीं करते. आंदोलन के दौरान हिंसा गलत बात है और हिंसा करके किसान सरकार का मुकाबला नहीं कर सकते. साथ ही उन्होंने खुद को भी आंदोलन से जोड़ने की बात कही.


आर-पार की होगी लड़ाई-किसान


किसान संगठन MSP गारंटी कानून समेत अपनी कई मांगों को लेकर हरियाणा-पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर WTO का पुतला जलाएंगे. इसके साथ ही दिल्ली देहरादून नेशनल हाईवे पर ट्रैक्टर श्रृंखला बनाकर किसान सरकार के खिलाफ हुंकार भरेंगे. किसानों के इस आंदोलन को लेकर पुलिस प्रशासन ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. सुबह 11 बजे से लेकर दोपहर 3 बजे तक दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे पर किसानों का कब्जा होगा. किसानों ने ऐलान कर दिया है कि लड़ाई आर-पार की होगी. 


तीन जिलों की संभालेंगे कमान राकेश टिकैत
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत तीन जिलों की कमान संभालेंगे. सुबह 11 बजे मुजफ्फरनगर में नेशनल हाईवे की एक लेन पर कब्जा करने के बाद टिकैत मेरठ के लिए रवाना होंगे और मेरठ के कई प्वाइंट पर रुककर अपनी आवाज बुलंद करेंगे. फिर इसके बाद वह फिर गाजियाबाद के लिए रवाना होंगे.


हर जिले में कई प्वाइंट 
भारतीय किसान यूनियन ने सोमवार को बनने वाली ट्रैक्टर श्रंखला को लेकर हर जिले में कई प्वाइंट बनाए हैं. मुजफ्फरनगर में 8, मेरठ में 4 और गाजियाबाद में भी 4 प्वाइंट बनाए हैं.


सरकार को किसानों की बात माननी ही पड़ेगी-टिकैत
टिकैत के ट्रैक्टर सोमवार को नेशनल हाईवे की एक लेन पर कब्जा लेंगे. भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है, ''दिल्ली हमसे दूर नहीं है और हमारे टैक्टर की जद में है, ट्रैक्टरों को दिल्ली जाने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा. सरकार को किसानों की बात माननी ही पड़ेगी.


नोएडा ट्रैफिक पुलिस एडवाइजरी
किसानों के ट्रैक्टर मार्च को लेकर नोएडा ट्रैफिक पुलिस की ओर से एडवाइजरी और डायवर्जन प्लान जारी हो गया है. गौतमबुद्धनगर से दिल्ली बॉर्डर लगने वाले मार्गों और यमुना एक्सप्रेसवे, लुहारली टोल प्लाजा आदि पर यातायात दबाव बढ़ने की स्थिति में आवश्यकतानुसार यातायात का डायवर्जन किए जाने का फैसला लिया गया है. यातायात पुलिस ने लोगों को मेट्रो का अधिक से अधिक प्रयोग करने को कहा है.



चिल्ला बॉर्डर से दिल्ली की ओर जाने वाले वाहन सेक्टर-14ए फ्लाईओवर से गोलचक्कर चौक सेक्टर 15 होकर संदीप पेपर मिल चौक, झुंडपुरा चौक से जाया जा सकेंगे. डीएनडी बॉर्डर से दिल्ली जाने वाली गाड़ियां फिल्म सिटी फ्लाईओवर से होकर सेक्टर-18 होकर एलिवेटेड रोड से होकर आगे बढ़ सकते हैं. दिल्ली व नोएडा के हर एक एंट्री व एग्जिट पर अतिरिक्त पुलिसबल को रविवार से ही तैनात कर दिया गया है. डीसीपी ट्रैफिक अनिल यादव के मुताबिक रूट डायवर्जन भी किया जा सकता है और किसी को असुविधा न हो इसके लिए यातायात संबंधी जानकारी नियमित रूप से अलग-अलग प्लैटफॉर्म पर शेयर की जाएंगी.


दिल्ली में 14 मार्च को महापंचायत
किसानों के दिल्ली कूच को 10 दिन से ज्यादा का समय बीत गया है. किसान अपनी मांगों को लेकर अभी हरियाणा-पंजाब की सीमाओं पर डटे हुए हैं. ऐसे में 22 फरवरी को संयुक्त किसान मोर्चा की एक बैठक हुई जिसमें फैसला लिया गया कि 14 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में महापंचायत बुलाई जाएगी.


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