लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए आपत्तिजनक ट्वीट करने को लेकर कांग्रेस के सोशल मीडिया सेल की संयोजक दिव्या स्पंदना के खिलाफ लखनऊ में देशद्रोह और आईटी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. प्राथमिकी दर्ज कराने वाले अधिवक्ता सैय्यद रिजवान अहमद ने कहा कि 'दिव्या का ट्वीट अपमानजनक था. प्रधानमंत्री का पद हमारे देश की संप्रभुता और गणराज्य का द्योतक है. स्पंदना का ट्वीट हमारे देश का अपमान है. उन्होंने इस पद और देश की अवमानना की है.' 


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दरअसल, कांग्रेस की पूर्व सांसद और कांग्रेस के सोशल मीडिया सेल की संयोजक दिव्या स्पंदना ने राफेल डील के मामले में पीएम मोदी पर निशाना साधा था. स्पंदना ने पीएम का एक विवादास्पद फोटो ट्वीट किया था. इस मामले में उनके खिलाफ लखनऊ के गोमतीनगर थाने में देशद्रोह और आईटी एक्ट के तहत अधिवक्ता सैय्यद रिजवान अहमद ने प्राथमिकी दर्ज कराई है. पुलिस के अनुसार, विवेकखंड निवासी अधिवक्ता सैय्यद रिजवान अहमद की तहरीर पर मंगलवार (25 सितंबर) को दिव्या के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच साइबर सेल को सौंप दी गई है.


वहीं, स्पंदना ने बुधवार को समाचार पत्र नेशनल हेराल्ड के एक ट्वीट को रिट्वीट किया है. इस ट्वीट में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पर अपनी प्रेसवार्ता से दो फ्रेंच पत्रकारों को निकालने की बात कही गई है. अधिवक्ता सैय्यद रिजवान अहमद ने तहरीर में आरोप लगाए हैं कि दिव्या स्पंदना ने सोमवार (24 सितंबर) को पीएम मोदी की आपत्तिजनक फोटो ट्वीट की थी. गौरतलब है कि कांग्रेस के सोशल मीडिया सेल की संयोजक दिव्या स्पंदना पहले भी इस तरह के ट्वीट करती रही हैं.