Parliament News: संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने का बड़ा प्रयास नाकाम कर दिया गया है. संसद भवन में फर्जी आधार कार्ड के ज़रिए एंट्री की कोशिश को नाकाम किया गया है. CISF ने 3 संदिग्धों को पकड़ा है, जो अंदर घुसने का प्रयास कर रहे थे. ये तीनों गेट नंबर 3 से संसद भवन में एंट्री करने की कोशिश कर रहे थे. आरोपी संदिग्धों को संसद की सुरक्षा में तैनात CISF ने पकड़ा तीनों फर्जी आधार कार्ड दिखा कर आरोपी गेट नंबर 3 से संसद भवन में एंट्री की कोशिश कर रहे थे. कासिम, मोनिस और शोएब नाम के तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार  कर लिया है.


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देश में लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद नई संसद और सरकार के गठन को लेकर चल रहे प्रयासों के बीच यह बड़ा चिंता का विषय माना जा रहा है. पिछली बार लोकसभा सत्र के दौरान दो व्यक्तियों के दर्शक दीर्घा से नीचे कूदने और स्प्रे फैलाकर जो खतरा पैदा किया गया था, उसे हम आज तक नहीं भूले हैं. उस मामले ने सांसदों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए थे. उनमें एक उत्तर प्रदेश का व्यक्ति भी पकड़ा गया था.


दिसंबर 2023 का था. अभी एक दिन पहले ही दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर ने उन सभी छह आरोपियों पर यूएपीए के तहत मुकदमा चलाने की मंजूरी दिल्ली पुलिस को दे दी है. संसद पर हमले के इन सभी आरोपियों पर इस कड़े कानून की धाराओं के तहत केस चलेगा.13 दिसंबर को साजिश के तहत इसमें शामिल दो आरोपियों ने स्मोक स्प्रे संसद के अंदर फेंका था. सांसद के गलत पास से दर्शक दीर्घा में प्रवेश पाने के बाद दोनों युवक लोकसभा में कूद गए थे.हालांकि संसद में घुसे इन युवकों को सांसदों ने ही पकड़ लिया था और उनकी जमकर धुनाई की गई थी.
जबकि दो संसद परिसर में ही ऐसा स्मोक स्प्रे चलाते पाए गए थे. 


संसद पर हुए उस हमले में सागर शर्मा यूपी का रहने वाला था. जबकि अन्य आरोपी मनोरंजन डी, अमोल धनराज शिंदे, नीलम रानोलिया, ललित झा और महेश कुमावत महाराष्ट्र, हरियाणा समेत दूसरे राज्यों से थे. इन लोगों पर संसद में अवैध तरीके से घुसने और संसद सत्र के दौरान लोकसभा में स्मोक स्प्रे वाला कैनिस्टर फेंकने का आरोप है. इस केस की जांच दिल्ली पुलिस कर रही है.


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