नोएडा को नए साल में मिलेंगे रोजगार के छह बड़े हब, चार गांवों की जमीनें बनेगी सोना
Noida New Industrial Sectors: नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के किनारे छह नए इंडस्ट्रियल सेक्टर्स का विकास हो रहा है, जो शहर को औद्योगिक और वाणिज्यिक गतिविधियों का प्रमुख केंद्र बनाने में मदद करेगा.
गौतमबुद्ध नगर
राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर पर देश-विदेश के बिजनेसमैन की नजर है. गौतमबुद्ध नगर जिले में लगातार बढ़ते निवेश को देखते हुए नोएडा अथॉरिटी ने नए साल 2025 में नए इंडस्ट्रियल सेक्टर डेवलप करने का प्लान बनाया है.
नए इंडस्ट्रियल सेक्टर
इसके तहत 6 नए इंडस्ट्रियल सेक्टर विकसित किए जाएंगे. जनवरी से जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. आइए जानते हैं कि जमीन अधिग्रहण में किस गांव के लोग मालामाल होंगे?
भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया
ये नए सेक्टर नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे के किनारे बनाए जाएंगे. सेक्टर-163 और-166 में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया आगे बढ़ चुकी है.
2025 में यह नए इंडस्ट्रियल सेक्टर
जानकारी के मुताबिक नए साल में यह प्रक्रिया तेज हो जाएगी. अथॉरिटी की कोशिश होगी 2025 में यह नए इंडस्ट्रियल सेक्टर विकसित हो जाएं.
सेक्टर-165 को एक औद्योगिक सेक्टर
सेक्टर-165 को एक औद्योगिक सेक्टर के रूप में विकसित करने के लिए किसानों से आपसी सहमति के आधार पर जमीन ली जा रही है.
चार गांवों के किसान होंगे मालामाल
गांव मोहियापुर, गुलावली, दोस्तपुर मंगरौली और नलगढ़ा की लगभग 25 से 30 हेक्टेयर भूमि शामिल होगी. जिन किसानों की जमीन ली गई है उनको मुआवजा मिलेगा.
मोहियापुर और दोस्तपुर मंगरौली
मोहियापुर और दोस्तपुर मंगरौली में जमीन का कुछ हिस्सा पहले से ही अथॉरिटी के कब्जे में है. वर्तमान भूमि खरीद दर लगभग 5,300 रुपये प्रति वर्ग मीटर निर्धारित है.
आईटी सेक्टर से लेकर अस्पताल
बता दें कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के साथ 6 नए सेक्टर 161 से 166 इंडस्ट्रियल एरिया में डेवलप किए जा रहे हैं. इसके लिए लगभग 540 एकड़ जमीन की जरूरत है, जिसमें से 40 प्रतिशत का अधिग्रहण हो चुका है.
बनेंगे विविध केंद्र
गुलावली, मोहियापुर और नलगढ़ा गांवों में इंडस्ट्रियल सेक्टर का अधिकांश भाग विकसित होगा, जहां आईटी-आईटीईएस हब, सरकारी दफ्तर, हॉस्पिटल, गैस स्टेशन, प्राइवेट संस्थान और धार्मिक या आध्यात्मिक केंद्र भी बनाए जाएंगे.
डिस्क्लेमर
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.