गाजियाबाद: गाजियाबाद (Ghaziabad) के इंदिरापुरम (Indirapuram) इलाके से मंगलवार सुबह एक चौंकाने वाली घटना सामने आई. मंगलवार (3 दिसंबर) सुबह इंदिरापुरम के वैभवखंड में एक अपार्टमेंट की आठवीं मंजिल से तीन लोगों ने छलांग लगा दी. छलांग लगाने वालों में एक पति और उसकी दो पत्नियां शामिल थीं. इनमें से पति और एक पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक पत्नी को गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. उधर, फ्लैट के भीतर दो बच्चों और एक खरगोश की लाश भी मिली. जानकारी के मुताबिक मृतक गुलशन का परिवार साहिबाबाद का रहनेवाला है. 


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फ्लैट की दीवारों पर सुसाइड नोट भी लिखा हुआ है. जिसमें आर्थिक तंगी और राकेश वर्मा नाम के किसी शख्स को आत्महत्या का कारण बताया गया है और सभी शवों को एक साथ जलाने की बात कही गई है. पुलिस इसे आत्महत्या का मामला मानकर जांच में जुट गई है. छलांग लगाने से पहले पति और उसकी दो पत्नियों ने घर में सो रहे दो बच्चों की गला दबाकर और चाकू मारकर हत्या कर दी. यही नहीं पालतू खरगोश को भी गला दबाकर मार दिया. 



मृतकों के नाम गुलशन, परवीन और संजना हैं. मृतक बच्चों के नाम रितिक और रितिका हैं. ऐसा लगता है कि मृतक गुलशन ने अपने आत्महत्या से पहले दोनों बच्चों को सल्फास भी खिलाया था. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि घर के भीतर से पुलिस को सल्फास की गोलियां भी मिली हैं. हालांकि पूरा मामला पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पाएगा. 


सोसाइटी के एक स्टाफ कौशल शर्मा ने बताया कि गुलशन ने सोमवार को सोसाइटी में मेड, गार्ड, और हाउस कीपिंग स्टाफ को कम्बल और जैकेट बांटे थे. उसने कहा कि  सभी कपड़े नए थे.


गुलशन ने मंगलवार सुबह वैभवखंड में स्थीत अपार्टमेंट की आठवीं मंजिल से छलांग लगा दी. जानकारी यह भी मिल रही है कि वह और उसकी दो पत्नियों ने फ्लैट की बालकनी में कुर्सी पर चढ़कर नीचे छलांग लगाई थी. इससे पहले उन्होंने अपने 10 और 12 साल के दोनों बच्चों और खरगोश का गला दबाकर हत्या कर दी थी. बच्चों के शरीर पर चाकुओं से भी हमला किया गया है. 


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उधर, राकेश वर्मा नाम के शख्स जिसका दीवार पर लिखे सुसाइड नोट में जिक्र किया गया है वह गुलशन को पैसे नहीं दे रहा था. मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने जांच के लिए तीन टीमें बनाई गई हैं. पुलिस राकेश वर्मा की तलाश में जुट गई है. जानकारी यह भी मिल रही है कि संजना पांच साल से परिवार के साथ रह रही थी. वह जीन्स का करोबार देखती थी. गांधी नगर में जीन्स की फैक्ट्री थी.